सरकार ने वित्त और पेट्रोलियम मंत्रियों को मौजूदा नीलामी में सफल बोलीदाता को तेल एवं गैस ब्लॉक आवंटित करने की अनुमति बुधवार को दे दी। लाइसेंस देने में तेजी तथा कारोबार सुगमता के मकसद से यह कदम उठाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों पर आज दबाव दिखा
डीजल का भाव पहले ही देश में रिकॉर्ड ऊंचाई पर है और पेट्रोल की कीमतें करीब 4 साल के ऊपरी स्तर पर हैं, ऐसे में अगर भाव और बढ़ा तो उपभोक्ताओं पर खराब असर पड़ेगा
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी की वजह से आज ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर दबाव देखा जा रहा है, कच्चे तेल का भाव 40 महीने के ऊपरी स्तर तक पहुंच गया है
इंडियन ऑयल के मुताबिक देश के कई शहरों में डीजल का दाम 70 रुपए के पार हो चुका है तो कई शहरों में 70 रुपए के करीब है, पेट्रोल की कीमतों ने भी 4 साल की नई ऊंचाई को छुआ है
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 115.27 प्वाइंट की तेजी के साथ 33370.63 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 33.20 प्वाइंट बढ़कर 10245 पर बंद हुआ
आज बैंक शेयरों के अलावा ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में भी मजबूती है जिसके पीछे की वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई जोरदार गिरावट है
शेयर बाजार Live: फिलहाल निफ्टी 6.95 प्वाइंट ही हल्की बढ़त के साथ 10005 पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स भी मामूली बढ़त के साथ 32600 के ऊपर ट्रेड हो रहा है
दुनिया में सोयाबीन के प्रमुख उत्पादक अर्जेंटीना में सूखा पड़ने की वजह से फसल खराब होने की आशंका के बीच इस साल उत्पादन कम होने की उम्मीद है। भारत सबसे ज्यादा सोयाबीन तेल का आयात अर्जेंटीना से करता है।
नरेंद्र मोदी सरकार ने महंगे होते पेट्रोल-डीजल से राहत दिलाने और आयात बिल को कम करने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने जैव ईंधन को बढ़ावा देने की अपनी योजना पर काम शुरू कर दिया है।
Stock Market: शेयर बाजार में सबसे ज्यादा बढ़त रियलिटी, ऑटो, मेटल, फार्मा और मीडिया इंडेक्स में देखने को मिल रही है। सेंसेक्स की 30 में से 29 और निफ्टी की 50 में से 45 कंपनियों में तेजी देखी जा रही है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भाव तो घटाए हैं लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद जिस कटौती की उम्मीद थी उसके मुकाबले भाव बहुत कम घटा है
ONGC विदेश के साथ हुए करार के तहत आबू धाबी की इस ऑयल फील्ड से निकलने वाले कच्च तेल के करीब 10 प्रतिशत हिस्से पर ONGC विदेश लिमिटेड का हक होगा, 9 मार्च 2018 से यह करार लागू हो जाएगा।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज कहा कि भारत अपने तेल उपभोक्तओं को महंगे ईंधन से राहत दिलाने के लिए दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों सऊदी अरब और अमेरिका पर तेल के दाम कम करने के लिए दबाव बनाएगा।
तेल एवं गैस उद्योग ने सरकार से आगामी बजट (बजट 2018) में खोज एवं उत्पादन को बुनियादी ढांचा क्षेत्र का दर्जा दिए जाने की मांग की है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि पर नजर रखे हुए है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए राज्यों से पेट्रोल एवं डीजल पर बिक्री कर या मूल्यवर्धित कर (वैट) कम करने का कहा है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा है कि पेट्रोल में 15 फीसदी मेथेनॉल मिलाया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 30-31 महीने की ऊंचाई पर हैं जिस वजह से देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ रही है और उन्हें पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं
सबसे ज्यादा गिरावट हिंदुस्तान पेट्रोलियम के शेयर में देखने को मिली, इसके बाद इंफ्राटेल, भारत पेट्रोलियम, कोल इंडिया, यूपीएल और आयसर मोटर के शेयरों मे ज्यादा बिकवाली रही।
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