Oil Price: विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों तेल और सोयाबीन तिलहन के दाम में गिरावट दर्ज की गई है और कच्चा पामतेल कीमतों में भी सुधार देखने को मिला है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की परिस्थितियों में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी का प्रभाव दुनियाभर में देखा जा रहा है। भारत भी इसके प्रभाव से अछूता नहीं है। जानिए क्या और कैसे पड़ता है इसका प्रभाव।
दिल्ली में 1 जनवरी से अब तक पेट्रोल करीब 4 रुपया महंगा हो गया है। इसी के साथ डीजल भी करीब 4 रुपये की ही बढ़त देखने को मिली है। नए साल में अब तक कीमतों में 14 बार बढ़त दर्ज हो चुकी है। वहीं पिछले एक साल में पेट्रोल 20 रुपये और डीजल 15 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो चुका है।
इस महीने पेट्रोल और डीजल के दाम में अब तक आठ बार बढ़ोतरी हुई है जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 97 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है जबकि डीजल 1.67 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।
तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन को सीमा में रखने के लिए नए कदमों का असर
सऊदी अरब ने गुरुवार को तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और अन्य सहयोगी तेल उत्पादक देशों की अचानक से बैठक बुलायी है।
ब्रेंट क्रूड ऑयल का दाम बुधवार को 28.73 डॉलर प्रति बैरल हो गया। इससे पहले जनवरी 2016 में ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 27.98 डॉलर प्रति बैरल था।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के गिरते दामों को लेकर सोमवार को भारतीय घरेलू शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट देखी जा रही है। भारतीय शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के कारण कच्चा तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
खाड़ी क्षेत्र में फौजी तनाव से कच्चे तेल में आग लगी हुई है। कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव सोमवार को एक बार फिर 70 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है।
प्याज के साथ-साथ अब खाद्य तेल की महंगाई भी जोर पकड़ती जा रही है। मलेशिया और इंडोनेशिया से आयातित पाम तेल महंगा होने से देश में सोयाबीन और सरसों समेत तमाम तेल व तिलहनों के दामों में तेजी का रुख बना हुआ है।
सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के दो बड़े ठिकानों पर शनिवार को हुए ड्रोन हमलों के बाद कच्चे तेल की कीमत बीते चार महीने में सबसे अधिक दर्ज की गई है। जो दैनिक वैश्विक तेल आपूर्ति का 5 प्रतिशत है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते हफ्ते कच्चे तेल के दाम में फिर तेजी लौटी है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव फिर 63 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया है और आगे और तेजी रहने की संभावना जताई जा रही है।
पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगातार चौथे दिन कटौती हुई है। पिछले चार दिनों में पेट्रोल 36 पैसे और डीजल 55 पैसे तक सस्ता हुआ है।
आज शुक्रवार (31 मई 2019) को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में सात पैसों की कमी आई है। डीजल के दामों में 12 पैसे की कमी आई है।
30 मई 2019 को दिल्ली में Petrol की कीमत 6 पैसे घटकर 71.80 रुपए प्रति लीटर है। वहीं Diesel 6 पैसे घटकर 66.63 रुपए प्रति लीटर हो गई है बुधवार के मुकाबले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती हुई है।
तेल की कीमतों में वृद्धि फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को भी पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि कर दी।
शनिवार को जहां दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 18 पैसे की बढ़ोतरी दर्ज की गई, वहीं रविवार को यह 14 पैसे और बढ़कर कीमत 81.82 रुपये पर पहुंच गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के अंत में आर्थिक समीक्षा के लिए बैठक बुला सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में रुपए के अवमूल्यन को रोकने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
क्रूड ऑयल की लगातार बढ़ती कीमतों के बीच सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालेद अल फालेह ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतें वहन करने की क्षमता है।
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