एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग में तेजी दर्ज की गई, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहा।
बीएसई के 19 सेक्टरों में से 10 सेक्टरों के सूचकांकों में तेजी रही जबकि नौ सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई।
बैंक निफ्टी 600 प्वाइंट फिसल गया। छोटे और मझोले शेयरों में भी जोरदार बिकवाली देखने को मिली।
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से शुक्रवार को घरेलू बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई मगर जल्द ही गिरावट आ गई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और मारुति के शेयरों में भारी बिकवाली से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली।
टाटा मोटर्स का शेयर 5.53 प्रतिशत उछला। कंपनी के ब्रिटिश ब्रांड जेएलआर के ब्रिटेन की सरकार से कर्ज गारंटी हासिल करने के बाद कंपनी का शेयर चमका।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 35.85 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,588.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक 11,618.40 - 11,532.30 अंक के दायरे में रहा। सें
बजट के बाद पहली बार घरेलू बाजार मजबूती के साथ खुला। इसका कारण एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख था।
आम बजट 2019-20 के बाद से लगातार शेयर बाजार में गिरावट जारी है। आज शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 200 अंकों से ज्यादा टूटकर 38500 से नीचे चला गया
सोमवार को दोपहर 1:40 पर बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1.72 प्रतिशत या 678.21 अंक की गिरावट के साथ 38,835.18 अंक पर कारोबार कर रहा था।
आम बजट 2019-20 पेश होने के बाद कारोबारी सप्ताह के पहले दिन आज सोमवार को घरेलू शेयर बाजार टूटकर खुला।
आर्थिक सर्वेक्षण में चालू वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी वृद्धि के सात प्रतिशत पर रहने के अनुमान के बाद बाजार धारणा सकारात्मक रही।
वित्त वर्ष 2018-19 का लेखा-जोखा आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 आज संसद में पेश होने जा रहा है और संसद में इसके पेश होने से पहले आज शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है।
एशिया में चीन और जापान में शेयर बाजारों में तेजी रही, जबकि हांगकांग और दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट रही। वहीं यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा।
कारोबारियों के अनुसार एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी छह अंक या 0.05 प्रतिशत के नुकसान से 11,841.55 अंक पर बंद हुआ।
जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच बीएसई का सेंसेक्स गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 100 अंक से अधिक चढ़ गया।
कमजोर विदेशी संकेतों के कारण बुधवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई, लेकिन बाद में बाजार संभला।
अन्य एशियाई बाजारों में कमजोर संकेतों के बीच सूचना-प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में गिरावट के चलते बीएसई का सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 150 अंक से अधिक लुढ़क गया।
कारोबारियों ने कहा कि अमेरिका ईरान के बीच तनाव बढ़ने से कच्चे तेल के दाम लगातार चढ़ रहे हैं। इससे घरेलू बाजार का रुख प्रभावित हुआ।
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