एनपीएस को पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा विनियमित किया जाता है, म्यूचुअल फंड को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा विनियमित किया जाता है।
NPS New Rule: एनपीएस में आधार के जरिए अब लॉग इन कर सकेंगे। ये फीचर एक अप्रैल, 2024 से शुरू होगा।
NPS New Rule: एनपीएस से आंशिक निकासी का नया नियम आने के बाद आप अपने योगदान में से केवल 25 प्रतिशत की निकासी कर सकते हैं।
New Rules from 1st February : एनपीएस, आईएमपीएस और फास्टैग सहित कई नियम आज से बदल गए हैं। पैसों से जुड़े इन नियमों में हुए बदलाव आपकी जेब पर सीधा असर डालेंगे।
NPS se paise kaise nikale : PFRDA ने नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत पेंशन की निकासी के लिए नए प्रावधानों को लागू किया है। नये नियम 1 फरवरी, 2024 से प्रभावी होंगे। सब्सक्राइबर्स अपने सब्सक्रिप्शन के पूरे कार्यकाल में केवल तीन बार आंशिक निकासी कर सकते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 2023-24 श्रृंखला में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) की अंतिम किश्त जारी करेगा। यह आगामी अंक, जिसे SGB 2023-24 सीरीज IV के नाम से जाना जाता है, 12 फरवरी, 2024 को सदस्यता के लिए उपलब्ध होगा और 16 फरवरी, 2024 को बंद हो जाएगा।
एनपीएस को ब्याज और पेंशन के साथ शामिल किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 75 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को एनपीएस से हासिल आय पर रिटर्न दाखिल न करना पड़े।
पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण के अनुसार, NPS के नए नियमों के तहत अब कोई भी एनपीएस खाते से 25 फीसदी से ज्यादा का अमाउंट नहीं निकाल सकता है।
NPS खाता आसानी से ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से खोला जा सकता है। इसका पूरा प्रोसेस हम इस लेख में बताने जा रहे हैं।
केंद्र सरकार की ओर से कई ऐसी स्कीम्स चलाई जाती हैं जिनकी मदद से आप आसानी से टैक्स की बड़ी बचत कर सकते हैं। इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C और 80CCD का भी फायदा मिलता है।
NPS tier 1 account : नेशनल पेंशन स्कीम टियर 1 अकाउंट में निवेश करके आप एक अच्छा-खासा रिटायरमेंट फंड तैयार कर सकते हैं। यह स्कीम आपको रिटायरमेंट के बाद रेगुलर मंथली इनकम प्रदान करेगी। इस स्कीम में आप अपनी जोखिम क्षमता के हिसाब से फंड्स चुन सकते हैं।
NPS Rule Change: पीएफआरडीए की ओर से एनपीएस के नियम में बड़ा बदलाव किया गया है। इसे लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
NPS Pension Calculator: नेशनल पेंशन सिस्टम एक सरकारी योजना है। इसकी मदद से आप आसानी से अपनी रियारमेंट की प्लानिंग कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि 50,000 की पेंशन पाने के लिए आपको कितना योगदान देना होगा।
एसएलडब्ल्यू (Systematic Lump Sum Withdrawal) के जरिये निकासी प्रक्रिया (NPS withdrawal new rule) को एक बार चुना जा सकता है।
NPS New Rules 2023: पेंशन फंड रेगुलेटर और डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से जानकारी दी गई है कि अब बैंक अकाउंट का वेरिफिकेशन पेनी ड्रॉप पद्धति से कराने के बाद ही एनपीएस योजना से एक्जिट और फंड निकासी करने दी जाएगी।
अगर देश के आर्थिक हालातो और कर्मचारी हितों को ध्यान में रखकर अगर कोई रास्ता निकाला जाए तो हाइब्रिड पेंशन व्यवस्था एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है, जिसमें ओपीएस की तरह defined benefit और एनपीएस की तरह defined contribution दोनों शामिल हो जिसके कारण कर्मचारी हितों और आर्थिक हितों दोनों की पूर्ति की जा सकती है।
एनपीएस का एक से ज्यादा अकाउंट ओपन नहीं किया जा सकता।
एनपीएस में पेंशन राशि तय नहीं होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘लंबे समय तक पेंशन तय करना व्यावहारिक नहीं है। कुछ विकसित देशों में जहां पेंशन कोष सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 100 प्रतिशत या उससे भी ज्यादा है, वहां भी इसको लेकर समस्या हो रही है।’
NPS Investment: अगर आप एक प्राइवेट जॉब होल्डर हैं और आप निवेश के ऐसे ऑप्शन की तलाश में हैं जो रिटायर होने के बाद भी आपके अकाउंट में पैसा क्रेडिट करता रहे तो यह खबर आपके लिए है।
सरकार ने NPS की समीक्षा के लिए अप्रैल में एक कमेटी गठित की थी। फाइनेंस सेक्रेटरी के अध्यक्षता में कमेटी न्यू पेंशन स्कीम की समीक्षा कर रही है।
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