उड़ान के लिए जरूरी लाइसेंस का आवेदन और रनवे का परीक्षण 15 नवंबर से शुरू हो जाएगी। इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक परीक्षण के लिए विभिन्न एयरलाइंस के खाली विमान पूरे महीने रनवे पर उतारे जाएंगे।
एयरपोर्ट के मुख्य सिस्टम्स के लिए फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट पूरे हो गए हैं, और साइट पर उपकरण आने लगे हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप्स, और ई-गेट्स का परीक्षण चल रहा है।
अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक, 30 वर्ग मीटर के प्लॉट की कीमत 8 लाख से 10 लाख रुपये तक होने की संभावना है। इसके अलावा 200 से 4,000 वर्ग मीटर के बीच के लगभग 500 बड़े प्लॉट भी बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।
सोमवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर से जारी बायान में कहा गया कि रिटेल और ड्यूटी फ्री आउटलेट्स चलाने का ठेका हिनेमैन एशिया प्रशांत और बीडब्यूसी फॉरवॉडर्स प्राइवेट लिमिटेड के कंसोर्टियम को दिया गया है।
गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल कनेक्टिविटी के लिए सर्वे शुरू हो गया है। यह 72.2 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर होगा, जिसमें 12 स्टेशन रहेंगे। पहला कॉरिडोर साल 2031 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
इस अनुबंध के तहत टाटा प्रोजेक्ट्स हवाई अड्डे पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कों, उपयोगिताओं और अन्य सहायक भवनों का निर्माण करेगी।
लेटेस्ट न्यूज़