सेबी के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय बाजारों में पी-नोट्स के जरिये निवेश का मूल्य दिसंबर, 2021 के अंत तक बढ़कर 95,501 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो नवंबर के अंत तक 94,826 रुपये था।
इस बार वित्त मंत्री की बजट पोटली से पांच अहम सेक्टर को बंपर सौगात मिल सकती है। जिन सेक्टर को इस बार बजट में खास तवज्जो मिलने की उम्मीद है उनमें कृषि, रियल एस्टेट, ऑटो (ईवी), मैन्युफैक्चिरिंग और हेल्थकेयर शामिल है।
ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि अगले सात दिन बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इसके पीछे वैश्विक और घरेलू धनाक्रम शामिल हैं जिनमें अमेरिकी फेड के फैसले और आम बजट है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में बड़ी गिरावट को देखकर म्यूचुअल फंड निवेशकों को घबराना नहीं चाहिए। अपने सिप को चालू रखना चाहिए। वहीं, अगर बाजार में बड़ी गिरावट आ गई और अब रिकवरी आने की बात विशेषज्ञ कर रहे हैं तो आप एकमुश्त रकम निवेश कर सकते हैं।
शेयर बाजार एक्सपर्ट हर्ष रुंगटा ने इंडिया टीवी को बताया कि अमेरिकी फेड के बयान जिसमें उसने ब्याज दरा में बढ़ोतरी की बात कि है उसका असर दुनिया सहित भारतीय बाजार पर दिख रहा है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, अवकाश के कारण यह सप्ताह छोटा है, और घटनाओं तथा आंकड़ों के लिहाज से महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और इंफोसिस, एचसीएल टेक तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े शेयरों में बिकवाली से आज भी बाजार में बड़ी गिरावट आई है।
हमें उम्मीद है कि बजट और सुधारों से आर्थिक गतिविधियों में तेजी और खपत को और बढ़ावा मिलेगा। सरकार का फोकस हेल्थकेयर सेक्टर, ग्रामीण और कृषि और इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टरों पर रहेगा।
प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों के शेयर में गिरावट के वैश्विक रूझान के अनुरूप सेंसेक्स में 1.7 प्रतिशत की गिरावट इंफोसिस में हुई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाल रहने से घरेलू बाजार में उठापटक देखी गई। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका के बीच बांड प्रतिफल बढ़ने से वैश्विक स्तर पर बाजारों में बिकवाली का दबाव रहा।
अन्य एशियाई बाजारों में शंघाई, हांगकांग और तोक्यो में तेजी थी, जबकि सोल में मध्य सत्र के सौदों में गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में अल्ट्राटेक सीमेंट करीब तीन प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, टीसीएस, एलएंडटी, एसबीआई और एचयूएल के शेयर भी लाभ में रहे।
किसी भी शेयर में पैसा लगाने से पहले वह किस सेक्टर की कंपनी के शेयर है और उसका कारोबार क्या है यह पता करें। इसके बाद उस कंपनी की बैलेंस सीट, टर्नओवर, बिजनेस मॉडल और कंपनी का भविष्य क्या है आदि की जानकारी जुटाएं।
मिश्रा ने कहा कि अन्य घटनाक्रमों के अलावा बाजार की उम्मीदें बजट पर भी टिकी हैं। साथ ही वैश्विक संकेतक और कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन से जुड़ी खबरें भी बाजार पर असर डालेंगी।
एनएसई निफ्टी 28.80 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,032.10 पर कारोबार कर रहा था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश करेंगी। इस बजट में कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए उठाए गए कदमों पर बाजार की नजर रहेगी।
सेंसेक्स में मुख्य रूप से एफएमसीजी, ऑटो, आईटी और वित्तीय शेयरों में तेजी थी। इस दौरान आईटीसी, मारुति, टीसीएस, कोटक बैंक और आईसीआईसीआई बैंक बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयर थे।
सालाना आधार पर सेंसेक्स 2021 में 21.99 प्रतिशत यानी 10,502.49 अंक और निफ्टी 24.11 प्रतिशत यानी 3,372.3 अंक मजबूत हुआ है।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 384.72 अंक या 0.68 प्रतिशत चढ़कर 57,315.28 पर और निफ्टी 117.15 अंक या 0.69 प्रतिशत बढ़कर 17,072.60 पर बंद हुआ था
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 889.40 अंक यानी 1.54 प्रतिशत लुढ़क कर 57,011.74 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 263.20 अंक यानी 1.53 प्रतिशत का गोता लगाकर 16,985.20 अंक पर बंद हुआ।
लेटेस्ट न्यूज़