Share Market लाल निशान में बंद, Sensex-Nifty में रही मामूली गिरावट Share Market closed in the red mark slight decline in Sensex Nifty
Stock Market में सबसे अधिक दो प्रतिशत की बढ़त महिंद्रा एंड महिंद्रा में हुई। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और मारुति में बढ़त।
RBI policy: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 6.15 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,382 अंक पर बंद हुआ।
Stock Market शुरुआती कारोबार में चार दिन से लगातार जारी तेजी के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली के कारण गिरावट के साथ खुला।
Share Market में बाजार में बंपर तेजी के बावजूद, जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बाजार पूंजीकरण 7,020.75 करोड़ रुपये टूटकर 4,28,739.97 करोड़ रुपये रह गया।
Share Market: कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, निवेशकों की वाहन, तेल एवं गैस और दूरसंचार शेयरों में मुनाफावसूली से घरेलू शेयर बाजार में पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी तेजी थम गई।
Stock Market में गिरावट में गिरावट बढ़ गई है। जून तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ 46 फीसदी बढ़ गया था, इसके बावजूद कंपनी के शेयर में तीन फीसदी से अधिक की गिरावट आई।
सेंसेक्स में टाटा स्टील, टाइटन, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल, टीसीएस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, विप्रो, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो तथा पावर ग्रिड प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 178.95 अंक यानी 1.13 प्रतिशत के लाभ के साथ 15,989.80 अंक पर बंद हुआ।
पिछले सत्र में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 100.42 अंक यानी 0.19 प्रतिशत टूटकर 53,134.35 अंक पर बंद हुआ था।
निफ्टी ने आज 16 हजार के बैरिकेड को तोड़ दिया है। दरअसल, पिछले दिनों में कई बार निफ्टी 16 हजार के करीब पहुंचकर नीचे फिसल जा रहा था।
शेयर बाजार में जोरदार तेजी लौटने से आज निवेशकों की संपत्ति करीब 6 लाख करोड़ बढ़ गई है।
सेंसेक्स में टाटा स्टील, एमएंडएम, पावरग्रिड, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो और आईसीआईसीआई बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
दर्जनों सरकारी कंपनियों के IPO ने निवेशकों को पैसा डुबोया है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 12 वर्षों के दौरान बाजार निवेशकों को सरकारी कंपनियों (CPSE) के IPO से 4,000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है ।
बाजार में बड़ी गिरावट आने से निवेशकों के 6 लाख करोड़ डूब गए। दरअसल, जब शुक्रवार को बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण 2,51,94,519.26 करोड़ रुपये था जो अब घटकर 2,45,31,646.22 करोड़ रुपेय रह गया।
महंगाई की चिंता से वैश्विक बाजार में जबरदस्त बिकवाली देखने को मिल रही है। अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी बिकवाली आई है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा को लेकर निवेशकों के सतर्क रुख अख्तियार करने से घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिल रही है।
बीएसई सेंसेक्स 616.85 अंक गिरकर 55,058.47 पर कारोबार कर रहा था। दूसरी ओर व्यापक एनएसई निफ्टी 176.50 अंक गिरकर 16,393.05 पर आ गया।
बीएसई सेंसेक्स 279.62 अंक गिरकर 55,489.61 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी 70.25 अंक गिरकर 16,514.05 अंक पर आ गया है।
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