बीएसई सेंसेक्स 241.79 अंक टूटकर 67,596.84 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 59.05 अंक टूटकर 20,133.30 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले भारतीय बाजार में ससबे लंबी रैली देखने को मिली थी। सेंसेक्स पिछले हफ्ते शुक्रवार को लगातार 11वें कारोबारी सेशन में उछलकर बंद हुआ था।
घरेलू स्टॉक मार्केट ने कमजोर शुरुआत की है। कारोबार के दौरान टाटा स्टील, बीईएल और ओएनजीसी जैसे स्टॉक्स पर फोकस रहने की उम्मीद है।
शुक्रवार को लगातार 11वें कारोबारी सत्र में सेंसेक्स लाभ में रहा और 319.63 अंक या 0.47 प्रतिशत की छलांग के साथ 67,838.63 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट का कहना है कि आईटी, एफएमसीजी, ऑटो, रिलायंस जैसे सेक्टर में अभी भी बड़ी तेजी नहीं आई है।
मिड कैप शेयरों पर दबाव बढ़ा है। मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में मंगलवार को 3-4% की भारी गिरावट देखी गई।
नेशनशल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क निफ्टी (Nifty) पहली बार 20100 के पार खुला। निफ्टी 20,069 के आस-पास कारोबार करता दिखा.
भारत के बेंचमार्क शेयर बाजार सूचकांकों ने वैश्विक चिंताओं और कमजोर विदेशी संकेतों को नजरअंदाज कर दिया है और विदेशी कॉम्पिटीटर्स से बेहतर प्रदर्शन किया है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी मजबूती के साथ 19900 अंक के आस-पास कारोबार करता दिखा. बता दें,पिछले हफ्ते लगातार छह दिन मार्केट ने पॉजिटिव परफॉर्मेंस दिया था.
निफ्टी बीते सत्र में आधा प्रतिशत बढ़कर 19819.95 पर बंद हुआ, जो 20 जुलाई के बाद का सबसे हाई लेवल है, जबकि बैंक निफ्टी 0.6% बढ़कर 45156.40 पर पहुंच गया।
बीएसई सेंसेक्स 333.35 अंकों की बढ़त के साथ 66,598.91 अंक और एनएसई निफ्टी 92.90 अंक चढ़कर 19,819.95 अंक पर बंद हुआ।
जियोजित फाइनेंशियल के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि सितंबर में अब तक एफआईआई ने नकदी बाजार में 8,608 करोड़ की बिकवाली की है और डीआईआई ने 5,715 करोड़ की खरीदारी की है।
कोटक सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, विदेशी निवेशक एक बार फिर भारतीय बाजारों की ओर नई उम्मीद से देख रहे हैं।
सेंसेक्स 107.80 अंक चढ़कर 64,939.21 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी 42.15 अंकों की तेजी के साथ 19,295.95 पर पहुंच गया है।
बीएसई सेंसेक्स सिर्फ 42.73 अंकों की तेजी के साथ 65,129.98 अंक पर पहुंचकर कारोबार कर रहा है। एनएसई निफ्टी 3.00 अंकों की तेजी के साथ 19,350.45 अंक पर पहुंच गया है।
भारतीय बाजार के लिए इस साल अब तक कमजोर मानसून एक बड़ी चिंता के रूप में उभर रहा है। निकट भविष्य में अनुकूल वैश्विक संकेतों से बाजार स्थिर रह सकता है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के बयान से बाजार को बहुत अधिक अचंभा नहीं हुआ।
बृहस्पतिवार को मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 62.15 अंक के नुकसान में रहा।
सेंसेक्स के शेयरों पर नजर डालें तो यहां 30 शेयरों के सूचकांक में 28 कंपनियां लाल निशान पर हैं। सिर्फ एशियन पेंट और बजाज फिनसर्व के शेयरों का छोड़ दें तो शेष सभी शेयरों में गिरावट है।
मार्केट क्लोजिंग के वक्त शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 180.96 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 65,252.34 पर बंद हुआ।
Stock Market: शेयर बाजार में जारी तेजी अब निवेशकों को प्रॉफिट दे रही है। आज सेंसेक्स और निफ्टी फिर से उछाल के साथ बंद हुए हैं।
लेटेस्ट न्यूज़