भारत सालाना 1,50,000 से 2,00,000 टन इसबगोल के बीज का उत्पादन करता है, जो वैश्विक उत्पादन का 80 प्रतिशत है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) के लिए नवीनतम निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।
एक्सचेंज के मुताबिक ऐसी सूचना है कि कुछ अनाधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफार्म और वेबसाइट ऊंचे रिटर्न का लालच देकर गैर पंजीकृत प्रोडक्ट में निवेश का ऑफर दे रही हैं।
सेबी के आदेश के बाद अब NCDEX पर कोई भी अगला वायदा सौदा लॉन्च नहीं होगा, हालांकि अगस्त, सितंबर और अक्तूबर वायदा की एक्सपायरी तक इनमें कारोबार होता रहेगा।
जुलाई में NCDEX का प्रदर्शन, कृषि मूल्य श्रृंखला में आवश्यक जोखिम प्रबंधन उत्पाद उपलब्ध कराने के निरंतर प्रयासों का परिणाम है
जून में महत्वपूर्ण विशेषता यह रही कि, लगातार दसवें माह में परिष्कृत सोया तेल संविदा को भारत की सर्वोच्च एग्री डेरीवेटिव संविदा के रूप में नवाजा गया।
इन एनसीडी को बीएसई पर थोक बांड बाजार श्रेणी में सूचीबद्ध कराया जाएगा।
एनसीडी ऋण से जुड़े बांड होते हैं, जिन्हें शेयरों में नहीं बदला जा सकता। इनपर परिवर्तनीय डिबेंचरों की तुलना में ब्याज दर ऊंची होती है।
किसान और कमोडिटी ट्रेडर्स दोनों ही एक इंस्ट्रूमेंट के तौर पर इस इंडेक्स पर अपनी पॉजीशन ले सकते हैं।
रकम का इस्तेमाल सप्लाई चेन में सुधार और कारोबार से जुड़ी जरूरतों के लिए होगा
एनसीडीईएक्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और कारोबार प्रमुख कपिल देव ने कहा कि एग्रीडेक्स पर शुरुआती पहले दो दिनों में प्राप्त हुई प्रतिक्रियाएं बहुत उत्साहवर्धक हैं
वास्तविक समय पर एनसीडीईएक्स एग्रीडेक्स मूल्य को बनाए रखने तथा उनका प्रसार करने के लिए एनसीडीईएक्स द्वारा अग्रणी इंडेक्स सेवा प्रदाता एनएसई इंडाइसेस के साथ भागीदारी की गई है।
बाजार की खस्ताहाल स्थिति के कारण, पिछले सप्ताह टाटा मोटर्स ने 1,000 करोड़ रुपए जुटाने के लिए एक एनसीडी निर्गम को वापस लेने का फैसला किया था।
इश्यू का अधिकांश हिस्सा SBI, HDFC Bank, ICICI Bank और एक्सिस बैंक ने सब्सक्राइब किया
आरआईएल ने शेयर बाजार को बताया कि वह 16 अप्रैल को 9,000 करोड़ रुपए के गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र (एनसीडी) निर्गम ला रही है और इस प्रक्रिया से मिली धनराशि का इस्तेमाल मौजूद रुपया में लिए गए ऋण की अदायगी में किया जाएगा।
इस आईपीओ में NCDEX कुल 100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुताबिक पूरी रकम कई चरणों में जुटाई जाएगी
एनसीडीईएक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कमोडिटी मार्केट्स एंड रिसर्च के जरिये कृषि कमोडिटीज मार्केट में अनुसंधान, प्रशिक्षण और जागरूकता फैलाने का भी काम करता है।
रिपोर्ट के मुताबिक एनसीडीएक्स में दैनिक औसत व्यापार 1,639 करोड़ रुपए का रहा।
कुमार ने कहा कि बजट में कृषि, सिंचाई एवं ग्रामीण विकास के लिए 2.83 लाख करोड़ रुपए की राशि आवंटित करने से कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहन देने में बल मिलेगा।
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