Mutual Fund: अगर आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करने में मजा आता है तो आपको पता होना चाहिए कि SIP और Lumpsum में से कौन बेस्ट है? आइए आज जानते हैं।
हेलियोस कैपिटल के प्रमुख संस्थापक समीर अरोड़ा और जेरोधा के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नितिन कामत ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
आप म्यूचुअल फंड का यूनिट भुनाना चाहते हैं तो यह काम काम किसी भी बिजनेस डे को आप इसकी प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
Mutual Funds Investors: म्यूचुअल फंड से जुड़े निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है। अगर आप एसआईपी के जरिए पैसा निवेश कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है।
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। एक तरफ जहां नए निवेशक अपना पैसा सुरक्षित समझकर म्यूचुअल फंड में लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बड़े निवेशक पैसा निकाल रहे हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह इक्विटी वर्ग में निवेश का लगातार 26वां महीना था।
खुदरा निवेशकों के खातों का औसत आकार मार्च, 2022 में 70,199 रुपये था, जबकि मार्च, 2023 में यह 68,321 रुपये रह गया।
वर्तमान में म्यूचुअल फंड में लगभग 6.36 करोड़ एसआईपी खाते हैं, जिनके माध्यम से निवेशक नियमित रूप से म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करते हैं।
मार्च महीने में देश की करीब 10 बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनियों ने कई नए स्टाॅक्स में पैसा लगाएं हैं।
दूसरी ओर 55 प्रतिशत सक्रिय प्रबंधकों ने इस अवधि में सूचकांक से कमतर प्रदर्शन किया। इसके अलावा, 2022 में एसएंडपी बीएसई छह प्रतिशत बढ़ा और 77 प्रतिशत भारतीय ईएलएसएस (इक्विटी से जुड़ी बचत योजनाएं) फंड ने सूचकांक को कमतर प्रदर्शन किया। एसएंडपी ‘इंडेक्स वर्सेज एक्टिव फंड इंडिया स्कोरकार्ड’ के अनुसार, 2022 में इंडियन कम्पोजि
Mutual Funds Investment: म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर अच्छा रिटर्न पाने की चाहत आज के समय में लगभग निवेशक करते हैं, लेकिन कई बार उन्हें यह नहीं पता होता है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां उन पैसों का कहां इस्तेमाल करती हैं? आइए आज जानते हैं।
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने वालों के लिए बड़ी खबर आई है। सेबी के नए आदेश में एक म्यूचुअल फंड कंपनी को बंद कर दिया गया है। आइए पूरी खबर पढ़ते हैं।
Mutual Fund Tips: म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर हर कोई अधिक रिटर्न बनाने की चाहत रखता है। कम ही लोगों को सफलता मिल पाती है। अगर आप भी ऐसा करने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है।
निवेशक बिना किसी प्रीपेमेंट या फोरक्लोजर चार्ज के अपने लोन का भुगतान कर सकते हैं। निवेशक द्वारा खर्च की गई रकम पर लोन की अवधि का ही ब्याज लिया जाएगा।
Mutual Fund Updates: किसी भी कंपनी को अपना म्यूचुअल फंड प्लान शुरू करने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से अंतिम मंजूरी लेनी होती है। इसके बिना संचालन करना संभव नहीं होता है।
आमतौर पर निवेशक टैक्स की बचत करने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। इसमें निवेश करते समय कुछ लोग बाजार की टाइमिंग, जोखिक और एक्सपेंस रेश्यो के ऊपर ध्यान नहीं देते हैं। टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड से लंबे समय के लिए निवेश कर अच्छा रिटर्न ले सकते हैं।
Mutual Funds: दो तरह के फंड होते हैं। पहला एक्टिव म्यूचुअल फंड और दूसरा पैसिव म्यूचुअल फंड। दूसरे वाले फंड को हम इंडेक्स फंड भी कहते हैं। इंडेक्स फंड में कोई फंड मैनेजर नहीं होता, इसलिए आपको बाकी फंड की तरह ब्रोकर का चार्ज नहीं देना पड़ता। ये नए निवेशकों के लिए काफी फायदेमंद है।
अगर आप टैक्स छूट पाने के लिए एफडी में निवेश करते हैं तो कम से कम आपको 5 साल के लिए निवेश करना होगा।
Good News for Mutual Fund Investor: म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए एक अच्छी खबर आई है। अभी तक म्युचुअल फंड इकाइयां निवेशकों को उनके बैंक खाते में पैसा यूनिट भुनाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तीन दिन के भीतर भेजती हैं। यह नियम अब बदल जाएगा।
अगर आप विदेशी बाजारों में पेसा लगाने वाले म्यूचुअल फंड का रिकॉर्ड देखें तो कई फंड्स का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। कुछ गोल्ड और कमोडिटी-लिंक्ड फंड्स से 50 से 70 फीसदी तक रिटर्न मिला है।
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