शादी-ब्याह में आजकल बहुत पैसा खर्च होता है। मां-बाप के लिए इस बड़े खर्चे के लिए पैसा जुटाना आसान नहीं है। लेकिन आप बच्चों की कम उम्र से ही हर महीने एक छोटी राशि म्यूचुअल फंड एसआईपी में निवेश करें, तो एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड एसआईपी में हर महीने 3000 रुपये निवेश करके आप करोड़पति बन सकते हैं। म्यूचुअल फंड में एवरेज रिटर्न 12 फीसदी का होता है। आप अपनी सैलरी का एक छोटा हिस्सा बचाकर उसे म्यूचुअल फंड एसआईपी में निवेश कर सकते हैं।
आपको बता दें कि शुक्रवार को बीएइर्स Sesnex 969.55 अंक उछलकर 71,483.75 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई Nifty 273.95 अंक चढ़कर 21,456.65 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार में शानदार रैली से स्टॉक निवेशकों की बल्ले-बल्ले हो रखी है।
SIP vs STP vs SWP: बाजार में अधिक रिटर्न कमाने के लिए निवेशकों की ओर से कई स्ट्रेटेजी का उपयोग किया जाता है। SIP, STP और SWP भी ऐसी ही स्ट्रेटेजी है, जिनकी मदद से आप अपने पोर्टफोलियो के रिटर्न को बढ़ा सकते हैं।
डेडलाइन से चूकने पर निवेशक म्यूचुअल फंड से पैसा नहीं निकाल पाएंगे। अपने डीमैट खाते से ट्रेडिंग भी नहीं कर पाएंगे। आप चाहें तो अभी नॉमिनी को शामिल कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया बेहद आसान है।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव से निवेशक हमेशा डरे हुए होते हैं। इसलिए आम निवेशक म्यूचुअल फंड का सहारा लेते हैं। हालांकि, कई म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को निराश भी किया है। ऐसे में सही फंड का चयन करना बहुत जरूरी होता है।
म्यूचुअल फंड में SIP के जरिये निवेश को पॉपुलर बनाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी ने एसआईपी निवेश की न्यूनतम सीमा को 250 रुपये करने का फैसला किया है। इससे इसका दायरा और बढ़ जाएगा।
नियामक के अनुसार, सेबी प्रमुख अपने शेष कार्यकाल में, मौजूदा 500 रुपये से 250 रुपये के एसआईपी को व्यवहार्य बनाने पर काम करेंगी। मुझे लगता है कि यह भविष्य के विकास और आगे के लचीलेपन के लिए अगले कई वर्षों की नींव रखेगा।
Mutual Fund में SIP ने नवंबर में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। सबसे ज्यादा निवेश स्मॉल और मिड कैप कैटेगरी में हुआ है।
Mutual Fund: लंपसम और एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश करने के दो पॉपुलर तरीके हैं। आइए जानते हैं कि इनमें से कौन-सा तरीका बेस्ट हैं और क्या फायदे और नुकसान हैं।
Thematic funds ने एक ज्यादा रिस्क वाले फंड्स माने जाते हैं। 2023 के जनवरी से अक्टूबर अंत तक Thematic फंड्स में 22,871 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। कई थीम बेस्ड फंड्स ने मिडकैप, स्मॉलकैप और लार्जकैप म्यूचुअल फंड्स से ज्यादा रिटर्न दिया है।
एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में तेजी या गिरावट के वक्त एसआईपी को बंद नहीं करें। अपना एसआईपी चालू रखें। एसआईपी आपको लगातार छोटी राशि भी निवेश करने में मदद करता है। नियमित निवेश की यह लंबी अवधि में निवेश की औसत लागत को कम करने में फायदेमंद होता है।
Mutual Funds में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करना अच्छा माना जाता है, लेकिन निवेश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो कि हम इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
Mutual Funds: बच्चों के नाम पर आप आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, इससे होने वाली इनकम को माता-पिता की इनकम में जोड़ा जाता है।
सितंबर 2023 तिमाही में एफपीआई ने सेकेंडरी मार्केट में करीब 2.4 अरब डॉलर की इक्विटी खरीदी। एफपीआई ने वित्तीय, विद्युत उपयोगिताओं और आईटी सेवाओं के स्टॉक खरीदे और पूंजीगत सामान और परिवहन स्टॉक बेचे। सितंबर तिमाही में डीआईआई ने लगभग 5.1 बिलियन डॉलर की इक्विटी खरीदी।
SIP की शुरुआत करने से पहले कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। इससे आपको बेहतर रिटर्न पाने में मदद मिलेगी।
म्यूचुअल फंड की मल्टी एसेट एलोकेशन में निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ा है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसने लगातार बाजार के हर चक्र और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश कर निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है।
वित्तीय लक्ष्य पाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप सही तरीके से निवेश करें। बहुत सारे लोग सिप तो कर रहे हैं लेकिन मनचाहा रिटर्न नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह क्या है? सही प्लानिंग की कमी।
इजरायल हमास के बीच चल रहे संघर्ष के जल्द समाप्त होने का कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और यदि कमोडिटी की कीमतें बढ़ती रहती हैं, तो सोने की भी कीमतें बढ़ जाएंगी। इसलिए निवेशकों को शॉर्ट टर्म स्टेबिलिटी के साथ-साथ लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न के लिए अच्छे एसेट फंड में निवेश करना चाहिए।
टॉप 500 शेयरों के बाजार वॉल्यूम के प्रतिशत के रूप में म्यूचुअल फंड की होल्डिंग अब 2018 के उच्चतम स्तर को पार करने लगी है। कुल मिलाकर, शीर्ष 500 शेयरों से परे बाजार का माकेट कैप तेजी से बढ़ा है।
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