बीईएमएल ने कहा कि ये प्रोजेक्ट भारत की हाई-स्पीड रेल के लिए मील का पत्थर साबित होगी, जिसमें 280 किलोमीटर प्रति घंटे की टेस्टिंग स्पीड के साथ पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई मेड इन इंडिया ट्रेन सेट शामिल हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्टेशनों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और समुद्री सुरंग पर काम शुरू हो गया है। इसी सुरंग से ट्रेन ठाणे से मुंबई पहुंचेगी।
यदि जमीन अधिग्रहण में और देर होती है तब ऐसी स्थिति में रेल मंत्रालय ने गुजरात के वापी तक ही बुलेट ट्रेन को पहले चरण में चलाने की योजना बनाई है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिए करीब 1.08 लाख करोड़ रुपए की बोलियों को खोला था।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का किराया करीब 3000 रुपए होगा। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबी बुलेट ट्रेन परियोजना का काम देख रहे एनएचएसआरसीएल द्वारा शनिवार को मैंग्रोव पेड़ों की कटाई के संबंध में बयान आने के कुछ घंटे बाद पीएमओ ने मामले में ग्रीन एक्टिविस्ट्स की अर्जी पर्यावरण विभाग के पास भेजी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की समय सीमा पार कर चुकी है। अब तक आवश्यक 1,380 हेक्टेयर भूमि में से सिर्फ 39 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की समय सीमा पार कर चुकी है। अब तक आवश्यक 1,380 हेक्टेयर भूमि में से सिर्फ 39 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) ने आज बताया कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के मल्टी-मॉडल साबरमती टर्मिनल के निर्माण के लिए 16 घरेलू कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।
मुंबई और अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन की सवारी के लिए यात्रियों को 250 रुपए से लेकर 3000 रुपए के बीच किराये का भुगतान करना होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह किराया दूरी पर निर्भर करेगा।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने सरकार के महात्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है।
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड ट्रेन कॉरीडोर अगले छह साल में बनकर तैयार होगा और इस ट्रेन का किराया हवाई जहाज के किराये से भी कम होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को बेकार तथा धन की बर्बादी करार दिया है।
दूसरी बुलेट ट्रेन दिल्ली-वाराणसी के बीच चलेगी। इसके बाद दिल्ली से वाराणसी की 782 किलोमीटर की दूरी महज दो घंटे 40 मिनट में यात्री तय कर सकेंगे।
रेल मंत्रालय ने पहली बुलेट ट्रेन का किराया वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के वर्तमान किराए से डेढ़ गुना ज्यादा रखने का प्रस्ताव दिया है।
मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन का सफर यात्रियों के लिए बहुत रोमांचकारी होगा। यह ट्रेन समुद्र के नीचे बनी सुरंग से गुजरेगी।
बुलेट ट्रेन शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए रेलवे ने मुंबई-अहमदाबाद के बीच प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए एक विशेष कंपनी (एसपीवी) स्थापित की है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या की अध्यक्षता में समिति गठित की है।
जमीन अधिग्रहण और लोगों को परेशानी से बचाने के लिए प्रस्तावित मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन को खंभों पर चलाई जा सकती है। हालांकि इससे खर्चा बढ़ जाएगा।
लेटेस्ट न्यूज़