धान की रोपाई का क्षेत्रफल पिछले साल के मुकाबले 17 प्रतिशत बढ़ा
चालू खरीफ सीजन में अब तक 692 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई
थोक व्यापारियों और सब्जी विक्रेताओं का कहना है उत्पादक राज्यों में बारिश से फसल खराब होने से टमाटर की आवक घटी है, जिसके कारण कीमतों में यह तेजी आई है।
अगले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो मानसून को आगे बढ़ने में मदद करेगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रविवार की रिपोर्ट के अुनसार, पूरे देश में इस साल मानूसन के दौरान लंबी अवधि के औसत यानी एलपीए से 31 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।
दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, देश में सब्जी, फल, एरोमेटिक और मेडिसिनल प्लांट के साथ फूलों के उत्पादन में वृद्धि हुई है, जबकि मसाले और प्लांटेशन क्रॉप के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले कमी आई है।
इस साल मॉनसून अपने तय वक्त पर भारत पहुंचा है.
आईएमडी ने कहा है कि 31 मई से 4 जून के बीच दक्षिणपूर्व और उससे सटे पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसे देखते हुए, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानूसन की शुरुआत के लिए 1 जून से परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
नेशनल बल्क हैंडलिंग कॉरपोरेशन (एनबीएचसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस बार 84 प्रतिशत इलाकों में मानसून सामान्य या सामान्य से अधिक रहा है।
बीते 10 दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर का दाम डेढ़ गुना बढ़ गया है जबकि एक पखवाड़े में टमाटर का भाव दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। दिल्ली में लोगों को एक किलो टमाटर के लिए 80 रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ रहे है, जबकि एक पखवाड़े पहले दिल्ली में टमाटर 30-40 रुपए किलो मिल रहा था।
कम बारिश के चलते खरीफ मौसम की सभी फसलों की बुवाई में गिरावट आयी है। कृषि मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक खरीफ के मौसम में धान का रकबा 223.5 लाख हेक्टेयर और दलहन का रकबा 105.14 लाख हेक्टेयर रहा है।
दुनिया की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी सैमसंग ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट (Samsung.com) पर आज से मानसून सेल (Monsoon Sale) शुरू की है।
DDA housing scheme 2019: अब आपका दिल्ली में अपना मकान, दुकान और ऑफिस का सपना होगा पूरा। दिल्ली विकास प्राधिकरण ने मॉनसून बोनांजा ऑफर निकाला है।
मानसून की प्रगति में शिथिलता के कारण देश में खरीफ फसलों की बुवाई की रफ्तार भी धीमी है।
स्काईमेट के निदेशक महेश पालावत ने कहा कि जुलाई और अगस्त में मानसून की गति धीमी रहेगी। हालांकि उनका कहना है कि इसका असर कृषि क्षेत्र पर नहीं पड़ेगा।
मानसून से पहले कार की सर्विस कराना बेहद जरूरी है। देश की सबसे बड़ी कार मेकर कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने अपने ग्राहकों के लिए मानसून सर्विस कैंप शुरू किया है।
मौसम विभाग के अनुसार लक्षद्वीप और अरब सागर के पूर्वमध्य हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इसके चलते अगले 48 घंटों में असर सागर से लगे हुए दक्षिण पूर्व व पूर्व मध्य इलाकों में तेज हवाओं के साथ अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को मई महीने की थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी हो सकते हैं। अप्रैल में डब्ल्यूपीआई आधारित महंगाई दर 3.1 फीसदी दर्ज की गई थी।
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 14 सालों के दौरान मानसून के पहुंचने की उसकी भविष्यवाणी 13 बार सही निकली है, सिर्फ एक बार यानि 2015 में उसका अनुमान सही नहीं गया था।
स्काईमेट ने कहा है कि मानसून 2019 22 मई को अंडमान और निकोबाद द्वीप पर पहुंचेगा।
लेटेस्ट न्यूज़