वित्त मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में मानसून अच्छा रहा तो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर आठ फीसदी तक पहुंच सकती है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि विपक्षी दल अगर मानसून सत्र में जीएसटी बिल पारित कराने में मदद नहीं करेंगी तो संसद में मतदान के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) अगले साल से हर राज्य के लिए अलग से मानसून का अनुमान जारी करेगा। फिलहाल आईएमडी जोन के हिसाब से अनुमान जारी करता है।
घरेलू ब्रोकरेज कंपनी जेएम फाइनेंशियल के मुताबिक दो साल कमजोर मानसून रहने के कारण इन किसानों का कर्ज बढ़कर उनकी सम्पत्ति का 22 फीसदी हो गया है।
शेयर बाजार की चाल टाटा मोटर्स और एनटीपीसी जैसी ब्लूचिप कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों और मानसूनी बारिश पर निर्भर करेगी। ऑटो सेल्स पर भी नजर टिकी है।
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा फाइनेंशियल एडवाजरी की रिपोर्ट के मुताबिक अगर इस साल देश में मानसून सामान्य रहता है तो भी महंगाई दर मौजूदा स्तर पर बनी रहेगी।
प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने चार महीने (जून-सितंबर) चलने वाले मानसून के दौरान 109 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया है।
मोदी ने महाराष्ट्र सहित सूखा प्रभावित 11 राज्यों को कहा है कि वे मानसून के आने तक गांवों मैं सूखे से बचाव के लिए साप्ताहिक आधार पर उपाय करें।
अरुण जेटली ने कहा कि इंडस्ट्री को बढ़ावा देने वाली मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों से भारत आज दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है।
मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून इस साल थोड़ी देर से आएगा। अनुमान है कि यह 7 जून को केरल पहुंचेगा।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि2016-17 में अच्छे मानसून के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था आठ फीसदी विकास दर के आसपास पहुंच सकती है।
बेहतर मानसून और वेतन आयोग की सिफारिश लागू होने से लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी। इससे चालू वित्त वर्ष में भारत की GDP ग्रोथ 7.4 फीसदी रहेगी।
देश की कृषि वृद्धि दर 2016-17 में जोरदार रह सकती है और यदि मौसम विभाग की अच्छे मानसून की भविष्यवाणी सही निकली तो यह 7-8 फीसदी को भी छू सकती है।
मौसम विभाग के इस वर्ष मानसून बेहतर रहने के अनुमान से एग्रीकल्चर इंडस्ट्री सेक्टर की ग्रोथ को लेकर उत्साहित है। इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। पहले पूर्वानुमान के मुताबिक 6% अधिक बारिश होगी।
पिछले दो सालों से बारिश की कमी और सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे देश के लिए इस साल मानसून बेहतर रहने की उम्मीद है।
देश में लगातार दो साल से सूखे के बावजूद सरकारी अनुमान के मुताबिक देश में 2015-16 (फसल वर्ष) के दौरान अनाज उत्पादन बढ़कर 25.31 करोड़ टन पहुंच सकता है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि 2015-16 में जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसदी के आसपास रहेगी। पिछले वित्त वर्ष में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी रही थी।
लगातार यह दूसरा साल है जब भारत में सूखे जैसे हालात है। लेकिन अगले 9 महीने में इसके खत्म होने की संभावना है। अल-नीनो पर ला-नीना भारी पड़ सकता है।
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