कम बारिश के चलते खरीफ मौसम की सभी फसलों की बुवाई में गिरावट आयी है। कृषि मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक खरीफ के मौसम में धान का रकबा 223.5 लाख हेक्टेयर और दलहन का रकबा 105.14 लाख हेक्टेयर रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार लक्षद्वीप और अरब सागर के पूर्वमध्य हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इसके चलते अगले 48 घंटों में असर सागर से लगे हुए दक्षिण पूर्व व पूर्व मध्य इलाकों में तेज हवाओं के साथ अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को मई महीने की थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी हो सकते हैं। अप्रैल में डब्ल्यूपीआई आधारित महंगाई दर 3.1 फीसदी दर्ज की गई थी।
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 14 सालों के दौरान मानसून के पहुंचने की उसकी भविष्यवाणी 13 बार सही निकली है, सिर्फ एक बार यानि 2015 में उसका अनुमान सही नहीं गया था।
स्काईमेट ने कहा है कि मानसून 2019 22 मई को अंडमान और निकोबाद द्वीप पर पहुंचेगा।
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