अगर 10 साल से ज्यादा उम्र का कोई नाबालिग है तो वह भी अपने नाम से आरडी स्कीम का यह अकाउंट चला सकता है। खास बात यह भी है कि इस स्कीम के तहत आप चाहे जितनी मर्जी हो उतने अकाउंट खोल सकते हैं।
कम इनकम में अगर अपने आप से बचत का वादा कर लेंगे तो सेविंग करना कोई मुश्किल काम नहीं है। हां, इसके लिए अनुशासन में रहकर आपको अपने लक्ष्य पर काम करना होगा, जो आप कर सकते हैं।
बजट एक बड़ी भूमिका निभाता है, जिसमें यह आपको बताता है कि पैसे कैसे बचाएं। अगर आप बचत शुरू करने से पहले पर्याप्त इनकम अर्जित करने का इंतजार करते हैं, तो वह दिन कभी नहीं आ सकता है।
IMPS के जरिए ट्रांसफर किया गया पैसा सामने वाले व्यक्ति के बैंक खाते में तुरंत पहुंच जाता है। IMPS के जरिए चौबीसों घंटे, किसी भी जगह से किसी भी भारतीय बैंक खाते में इंस्टैंट मनी ट्रांसफर कर सकते हैं।
आरबीआई ने यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट में 5 गुना बढ़ोतरी करते हुए इसे 5 लाख रुपये तक बढ़ा दिया है। फिलहाल ये लिमिट सिर्फ 1 लाख रुपये है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि ग्रो ऐप ने पैसे लेने के बावजूद म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश नहीं किया। साथ ही दावा किया कि ग्रो ने एक गलत फ़ोलियो नंबर बनाया जो वास्तव में मौजूद नहीं था।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आप कुछ मामलों जैसे मोर्गेज, स्टॉक खरीदना या मनी ऑर्डर भेजने में आदि में नहीं कर सकते। ऐसे में क्रेडिट कार्ड से पैसा अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने का ऑप्शन होता है। हालांकि इसके बदले आपको चार्ज देने पड़ सकते हैं।
वित्त वर्ष 2020-21 में परिवारों की शुद्ध बचत 23.29 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है। परिवारों का बैंक ऋण भी इन तीन वर्षों में दोगुना होकर 2022-23 में 11.88 लाख करोड़ रुपये हो गया।
यह भारत सरकार की सेविंग स्कीम है। यानी आपको अपने पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है, वह पूरी तरह सुरक्षित भी रहेंगे। स्कीम पर ब्याज दर भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) ही समय-समय पर तय करती है। कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं और 100 के मल्टीपल में चाहे आप जितनी रकम हो, निवेश कर सकते हैं।
नियमों का उल्लंघन करके खोला गया खाता या जमा राशि पोस्ट ऑफिस बचत खाते पर ब्याज के लिए योग्य होगी। अकाउंट खोलने की तारीख से एक साल के बाद योग्य बैलैंस राशि का 40 प्रतिशत तक राशि की निकासी की जा सकती है।
पैसा बचाते समय सबसे जरूरी यह है कि बचत के लिए निर्धारित पैसे को न छूने की दृढ़ इच्छा शक्ति का इस्तेमाल करें। एक और अच्छी रणनीति यह है कि अपने परिवार के सदस्यों को अपनी बचत की आदत में शामिल करें।
31 अक्टूबर, 2023 के एनपीसीआई सर्कुलर में कहा गया है कि सभी सदस्यों से रिक्वेस्ट है कि वे इस पर ध्यान दें और 31 जनवरी 2024 तक सभी आईएमपीएस चैनलों पर मोबाइल नंबर + बैंक नाम के माध्यम से फंड ट्रांसफर शुरू करने और स्वीकार करने का अनुपालन करें।
Year Ender 2023: नए साल की शुरुआत के साथ ही आपको अच्छी वित्तीय आदतों को अपनाना चाहिए। इससे आप अपना आर्थिक सेहत में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
जो पैसा खातों में डाले गए, उसमें सबसे ज्यादा राजस्थान स्थित अकाउंट्स में डाले गए। राजस्थान की 230 शाखाओं और 28,000 खातों में तीन दिन में 7.50 लाख ट्रांजैक्शन किए गए। इन खातों में 760 करोड़ रुपये डाले गए थे।
पिछले पांच वर्षों में सेंसेक्स में म्यूचुअल फंड (एसआईपी) के माध्यम से किए गए किसी भी निवेश ने 15.3% का रिटर्न दिया है। लंबी अवधि के एसआईपी के लिए कहानी नहीं बदलती है। 10 साल, 15 साल और 20 साल के एसआईपी के माध्यम से मिला रिटर्न क्रमशः 13.5%, 13.2% और 13.39% है।
नो कॉस्ट ईएमआई पर शॉपिंग के लिए नाममात्र का प्रोसेसिंग चार्ज देना पड़ सकता है। आमतौर पर खरीद मूल्य के 2-3 प्रतिशत की सीमा में इसके लिए एडवांस में पेमेंट करना होता है।
आपने भी अगर अपने अंदर फाइनेंशियल बुराइयों (Financial Mistakes) को जगह दी है तो याद रखें यह आपके मनी मैनेजमेंट को तहस नहस कर सकता है। उम्मीद से जल्दी आपकी जेब खाली हो सकती है।
जरूरतें, बचत और चाहत की कैटेगरी में मंथली खर्च को बांटकर आप शानदार फाइनेंशियल प्लानिंग कर सकते हैं। इससे आप आर्थिक तौर पर कभी दबाव महसूस नहीं करेंगे।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि अगर कोई अनुशासित तरीके से निवेश करता है, तो लंबे समय में म्यूचुअल फंड लगभग 12-15% रिटर्न दे सकते हैं।
निवेश आरंभ करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति को समझना बेहद आवश्यक होता है। जैसे ही आप कमाना शुरू करिए सबसे पहले अपना बजट तय कीजिए।
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