मोहनदास पई का कहना है कि अमेरिका में एच1-बी वीजा के नियमों को कड़ा किया जाना, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी आईटी कंपनियों के लिए छुप हुआ वरदान है।
एंजेल इन्वेस्टर मोहन दास पई ज्यादा चिंतित नहीं हैं। स्टार्टअप्स एक हाई-रिस्क वेंचर हैं। वे विफल होंगे, तो कोई बात नहीं। यह ऐसे ही चलता रहेगा।
इन्फोसिस के पूर्व निदेशक टी.वी. मोहनदास पई का मानना है कि नई पीढ़ी की केवल 10 प्रतिशत कंपनियां सफल रहेंगी, जबकि ज्यादातर कंपनियां विफल होंगी।
सिंगापुर आधारित DealStreetAsia के आंकड़ें (साल 2015 में जुटाए गए) बताते हैं कि मोहनदास पई एक दिग्गज Angel Investor हैं।
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