केंद्र सरकार ने बैंकिंग धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आपको बता दें कि सरकार ने देश में 70 लाख वैसे मोबाइल नंबर बंद कर दिए हैं, जिसके जरिये साइबर फ्रॉड किए जा रहे थे। इसके साथ ही दूसरे कदम भी उठाए हैं।
UAN नंबर सभी सदस्यों के ईपीएफ अकाउंट से जुड़ा है, भले ही उन्होंने कितनी भी कंपनियों में काम किया हो। घर बैठे ऑनलाइन आप अपने मोबाइल नंबक को यूएएन से लिंक करा सकते हैं।
अगर आपका खाता SBI या किसी भी बैंक में है और आपके पास ट्रांजेक्शन का एसएमएस या OTP नहीं आ रहा है तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। आप तुरंत अपना मोबाइल नंबर बदल सकते हैं
VIP यानी फैंसी मोबाइल नंबर को याद करना बहुत आसान होता है। शुरुआती समय में लोग इसे लेने के लिए अलग से चार्ज देते थे। अब आप VIP Mobile Number के लिए फ्री में ऑनलाइन घर बैठे अप्लाई कर सकते हैं। पहले से मौजूद VIP नंबर में से किसी एक को चुनने का मौका भी मिलेगा।
मौजूदा दिशा-निर्देशों के मुताबिक एक व्यक्ति अपने नाम पर केवल 9 मोबाइल कनेक्शन ही प्राप्त कर सकता है।
आधार से जुड़ी सर्विस देने वाली संस्था UIDAI आधार कार्डधारकों को वेरिफाई ईमेल/मोबाइल नंबर की सुविधा देती है।
अगर आप आधार नंबर के साथ दर्ज मोबाइल नंबर को अपडेट नहीं करते तो नंबर बदलने पर आप वेरिफिकेशन के वक्त ओटीपी नहीं पा सकेंगे और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकेगी।
यदि आपका मोबाइल नंबर आधार कार्ड में रजिस्टर नहीं है तो आपके पास क्या विकल्प हैं।
ओटीपी आधारित सेवाओं के लिए लिंक मोबाइल नंबर को अपडेट रखना जरूरी होता है। अगर आपने अपना मोबाइल नंबर अपडेट नहीं किया है तो ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन में समस्या आ सकता है।
आप घर बैठे ही या फिर बैंक एटीएम अथवा बैंक शाखा जाकर अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलवा सकते हैं। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की इसी जरूरत को देखते हुए इंडिया टीवी पैसा आपके लिए खास जानकारी लेकर आया है।
वर्तमान में हर सरकारी योजनाओं का लाभ के लिए आधार नंबर जरूरी कर दिया गया है। इसके अलावा नया सिम कार्ड लेना हो, या फिर बैंक में खाता खुलवाना हो, आधार नंबर देना जरूरी होता है।
मोबाइल नंबर अपडेट कराना बहुत ही आसान है। आप ये काम घर बैठे ही कर सकते हैं। अगर आपके कार्ड में कोई पुराना नंबर एंटर होगा तो आपको राशन से जुड़े अपडेट नहीं मिल पाएंगे।
अगर आपने अभी तक मोबाइल नंबर को आधार में अपडेट नहीं किया है तो आप बिना किसी डॉक्यूमेंट के इसे अपडेट कर सकते हैं।
अगर आप सोचते है कि आप सभी प्रकार के धोखाधड़ी से सुरक्षित हैं तो हम आपको बताते है सिम स्वैप धोखाधड़ी के बारे में जहां धोकेधड़ी फोन नंबर का उपयोग ओटीपी तक पहुंचने और पैसे की धोखधड़ी करने के लिए कर रहे हैं।
ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजैक्शन और मोबाइल नंबर पोर्ट (एमएनपी) कराने के नियम आज यानी 16 दिसंबर 2019 से बदल गए हैं। आरबीआई और ट्राई ने ग्राहकों को सहूलियत देने के लिए नियमों में बदलाव किया है।
नए साल के पहले ही बैंकिंग, सड़क परिवहन और दूरसंचार क्षेत्र से जुड़े कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है।
ट्राई ने कहा कि मौजूदा एमएनपी सिस्टम को नए एमएनपी प्रक्रिया में बदलने की वजह से 10 दिसंबर से 15 दिसंबर तक मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने गुरुवार को दूरसंचार कंपनियों से स्थायी तौर पर बंद हो चुके मोबाइल नंबरों की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
मोबाइल नंबर पोर्टिबिलिटी (एमएनपी) के संशोधित नियम फिलहाल 11 नवंबर से प्रभावी होने नहीं जा रहे हैं।
दूरसंचार नियामक ट्राई ने गुरुवार को कहा कि ग्राहक 4 नवंबर से 10 नवंबर के दौरान मोबाइल नंबर वहीं रखते हुए कंपनी बदलने यानी 'पोर्टेबिलिटी' के लिये आवेदन नहीं दे पाएंगे।
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