आज हम वित्तीय जानकारों द्वारा सुझाए गए 10 टिप्स पेश कर रहे हैं, जिनकी मदद से आप सही समय पर सही जगह निवेश कर पाएंगे।
हुरून इंडिया (Hurun India) द्वारा वेल्थ रिपोर्ट (wealth report) के मुताबिक 2020 के दौरान देश में कुल 4.12 लाख अतिधनाढ्य परिवार थे।
जून 2017 से जून 2018 के बीच देश में दस लाख डॉलर या आज की दर पर 7.3 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति वाले धनाढ्यों की संख्या में 7,300 का इजाफा हुआ है
देश से बाहर जाने वाले करोड़पतियों की संख्या 2017 में 16 प्रतिशत और बढ़ गई। 2017 में 7,000 ऊंची नेटवर्थ वाले भारतीयों ने अपना स्थायी निवास (डोमिसाइल) बदल लिया।
स्विस ब्रोकरेज फर्म क्रेडिट सुइस ने कहा है कि साल 2022 तक मौजूदा संपत्ति-जो की 5,000 अरब डॉलर के करीब है- में 2,100 अरब डॉलर का इजाफा होगा।
भारत में करोड़पतियों की संख्या 2,45,000 के स्तर पर पहुंच गई है, जबकि यहां परिवारों की कुल संपत्ति 5,000 अरब डॉलर हो गई है।
मुंबई देश का सबसे अमीर शहर है। मुंबई में 46,000 करोड़पति और 28 अरबपति रहते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार मुंबई की कुल संपदा 820 अरब डॉलर है।
एक रिपोर्ट के अनुसार बीते साल यानी 2016 में भारत से 6,000 करोड़पति विदेश जाकर बस गए हैं। यह संख्या इससे पूर्व वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक है।
साल 2015 के अंत तक भारत में ऐसे उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों यानी अमीर की संख्या 2.36 लाख थी और उनकी सम्मिलित संपत्ति 1,500 अरब डॉलर थी। अमीर
करोड़पतियों की आबादी के मामले में भारत एक स्थान खिसककर दुनिया में 12वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, देश में ऐसे अमीरों की संख्या बढ़कर दो लाख हो गई है।
न्यू वर्ल्ड वेल्थ की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में 4,000 ऐसे करोड़पतियों, जिनकी संपत्ति 10 लाख डॉलर है वह भारत छोड़कर विदेशों में जा बसे हैं।
दक्षिण अफ्रीका स्थित न्यू वर्ल्ड वेल्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार अगले एक दशक के दौरान दिल्ली और मुंबई में करोड़पति की संख्या सबसे अधिक होगी।
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