सरकार ने लक्ष्य रखा है कि देश में ऐसा कोई राज्य या जिला न हो, जहां जिला सहकारी बैंक और जिला दुग्ध उत्पादक संघ न हो। आज भी देश में दो लाख पंचायतें ऐसी हैं, जहां कोई सहकारी संस्था नहीं है।
मोदी सरकार द्वारा पशुपालन और डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने मकसद से मिशन मोड में लागू की गई योजनाओं और कार्यक्रमों से देश में दूध, अंडे व गोश्त के उत्पादन में आकर्षक वृद्धि दर्ज की गई है।
मोदी सरकार द्वारा पशुपालन और डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने मकसद से मिशन मोड में लागू की गई योजनाओं और कार्यक्रमों से देश में दूध, अंडे व गोश्त के उत्पादन में आकर्षक वृद्धि दर्ज की गई है।
देश का दूध उत्पादन पिछले वित्त वर्ष (2017-18) के दौरान 6.6 प्रतिशत बढ़कर 17.63 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि सरकार ने डेयरी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे देश के दूध उत्पादन में सालाना वृद्धि 2022 तक बढ़कर नौ प्रतिशत हो जाएगी। यह वृद्धि दर इस समय 6.3 प्रतिशत है।
मोदी सरकार नई योजना के तहत देसी गायों की बेहतरीन नस्ल रखने वाले किसानों और गौशालाओं को अब 5 लाख कैश के पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
सबसे बड़े दूध उत्पादक देश भारत में 2020 तक सालाना दूध उत्पादन में 30 लाख टन की हानि होने की आशंका है। 2015-16 के दौरान में 16 करोड़ टन दूध उत्पादन हुआ है।
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