जनवरी-मार्च तिमाही में विलय और अधिग्रहण सौदों समेत कुल लेनदेन बढ़कर 427 दर्ज किए गए। कुल सौदों का मूल्य 43 प्रतिशत बढ़कर 20.41 अरब डॉलर हो गया। यह अप्रैल-जून, 2022 की तिमाही के बाद से सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में उसके पांच सहयोगी बैंकों के सफलतापूर्वक विलय से उत्साहित सरकार अन्य सार्वजनिक बैंकों के विलय पर विचार कर रही है।
वर्ष के शुरुआती तीन माह के दौरान दुनियाभर में 678 अरब डॉलर के विलय-अधिग्रहण की घोषणा हुई। इस लिहाज से कैलेंडर वर्ष की शुरुआत अच्छी रही।
विलय और अधिग्रहण के बल पर खुदरा क्षेत्र की कंपनियों ने इस साल अच्छी वापसी की। ऑनलाइन कंपनियों का मुकाबला करते हुए उन्होंने बड़े विलय एवं अधिग्रहण सौदे किए।
वर्ष 2016 में कंपनियों के बोर्डरूम में काफी हलचल का माहौल रहा क्योंकि इस अवधि में कंपनियों ने 52 अरब डॉलर से ज्यादा राशि के विलय-अधिग्रहण को अंजाम दिया।
फंड की समस्या से जूझ रही भारतीय स्टार्टअप्स इंडस्ट्री में 2016 की शुरुआत से ही विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
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