अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत डॉलर में होती है, इसलिए अमेरिकी मुद्रा में उछाल से दूसरी मुद्राओं में बुलियन महंगा हो जाता है। पूरी दुनिया में निवेशकों का ध्यान अब 9 अक्टूबर को यूएस फेड की आखिरी मीटिंग के नतीजों पर है।
हाल ही में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों में अच्छी तेजी देखी गई है, जो मुख्य रूप से अमेरिकी फेड की दरों में कटौती और मध्य पूर्व में तनाव के बारे में आशावाद से प्रेरित है।
21 मार्च को सिंगापुर में सुबह 9:40 बजे तक हाजिर सोना 0.7% बढ़कर 2,201.94 डॉलर प्रति औंस हो गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी में तेजी के चलते भारतीय बाजार में महंगी धातुएं लगातार नई ऊंचाई को छू रही हैं।
घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर चांदी की कीमतों ने नजदीकी वायदा सौदे के लिए गुरुवार सुबह 74,948 रुपए प्रति किलो का ऊपरी स्तर छुआ है, जो चांदी का अबतक का रिकॉर्ड भाव है।
कमोडिटी विशेषज्ञ बताते हैं कि कोरोना काल में महंगी धातुओं में बढ़ी निवेश मांग से सोना भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार नए शिखर को छू रहा है और चांदी में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।
तिमाही के दौरान कुल आय 11 प्रतिशत बढ़कर 122.70 करोड़ रुपये पर पहुंची
सोना और चांदी के भाव का अनुपात कोविड-19 महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच चुका है और इस समय 83 के स्तर पर है जोकि इस बात का सूचक है कि सोने से कहीं ज्यादा निवेशकों का रुझान चांदी की तरफ है।
आलू में वायदा अनुबंध को दोबारा शुरू करने के लिए एमसीएक्स ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड से मंजूरी के लिए आवेदन किया है।
चांदी की कीमत में करीब आधा फीसदी की गिरावट हुई दर्ज
एमसीएक्स ने एक बयान में कहा कि हम घरेलू रिफाइनरियों से सोने और चांदी की उन छड़ों को शामिल करने की योजना बना रहे हैं, जो लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) और अमीरात गोल्ड बार के गुणवत्ता मानकों को पूरा करती हैं।
कंपनी ने प्रति शेयर 30 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया है
मई में कारोबारी गतिविधियों में सीमित छूट के अनुमान से तेल कीमतों पर दबाव जारी
पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से वैश्विक स्तर पर कीमती धातुओं में रिकॉर्ड तेजी आयी है। भारत में सोने की कीमतें सोमवार को नई ऊंचाई पर पहुंच गई हैं।
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के फरवरी अनुबंध में 16.75 डॉलर यानी 1.10 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,544.85 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था,
अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के चलते पिछले एक साल में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रूई (कॉटन) का भाव 32 फीसदी से ज्यादा टूटा है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बावजूद सोने और चांदी में भारी गिरावट आई है।
स्थानीय आभूषण विनिर्माताओं की मांग घटने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 50 रुपये टूटकर 35,720 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया।
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव फिर नई उंचाई पर चला गया।
आम बजट 2019-20 में महंगी धातुओं पर आयात शुल्क में 2.5 फीसदी की वृद्धि की घोषणा के बाद सोने के दाम में जबरदस्त तेजी आई है।
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