वाहन बनाने वाली मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स की यात्री वाहन खंड में घरेलू बाजार हिस्सेदारी इस साल अप्रैल-अगस्त में कम हुई है। हालांकि हुंदै और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री इसी अवधि में बढ़ी।
कल-पुर्जों के हिसाब से मारुति सुजुकी के वाहन 90 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी होते हैं।
कल-पुर्जों के हिसाब से मारुति सुजुकी के वाहन 90 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी होते हैं।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी ने कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को वाहनों के इलेक्ट्रॉनिक्स तथा कुछ अन्य मुख्य कल-पुर्जे का देश में ही विनिर्माण शुरू करने का सुझाव दिया। मारुति सुजुकी ने कहा कि इससे इन कल-पुर्जों का आयात कम करने में मदद मिलेगी। इससे न सिर्फ मारुति को मदद मिलेगी बल्कि सरकार की मेक इन इंडिया मुहिम को भी समर्थन मिलेगा।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि वह हरियाणा में स्थित अपने इन दो विनिर्माण संयंत्रों में 7 और 9 सितंबर को विनिर्माण परिचालन को पूरी तरह बंद रखेगी।
कंपनी ने अगस्त महीने में 1,11,370 वाहन उत्पादित किए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का उत्पादन 1,68,725 वाहन था।
घरेलू क्षेत्र की प्रमुख वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री अगस्त में 58 प्रतिशत तक लुढ़क गई।
देश के वाहन उद्योग में गिरावट को सिलसिला जारी है और अगस्त में भी मारुति सुजुकी इंडिया, हुंदै, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स और होंडा सहित सभी प्रमुख वाहन निर्माताओं ने बिक्री में भारी गिरावट की सूचना दी है।
मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने मंगलवार को कहा कि यदि राज्य सरकारें विनिर्माण क्षेत्र को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका को सही तरीके से नहीं निभातीं हैं तो नरेंद्र मोदी सरकार का अगले पांच साल में अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य पटरी से उतर सकता है।
कंपनी ने अप्रैल में घोषणा की थी कि वह अप्रैल 2020 से डीजल कारों की बिक्री बंद कर देगी।
कंपनी ने कहा है कि वह वैगन आर के इस मॉडल की 40,618 यूनिट की जांच करेगी और फ्यूल होज मशीन में संभावित गड़बड़ी का पता लगाकर उसे मुफ्त में ठीक करेगी।
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि त्योहारी मौसम में वाहन उद्योग की स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने नए बहुउद्देश्यीय वाहन (एमपीवी) एक्सएल 6 को बुधवार को पेश किया। शोरूम में इसकी कीमत 9.79 लाख से 11.46 लाख रुपये के बीच है। यह छह सीटर गाड़ी है। मारुति एक्सएल 6 में 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ स्मार्ट हाइब्रिड प्रणाली दी गई है।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने विद्युत-वाहनों के साथ ही हाइब्रिड और सीएनजी कारों के लिये भी कर में छूट देने की मांग की है। कंपनी का कहना है कि इससे देश में आवागमन की कम प्रदूषणकारी प्रणालियों को बढ़ावा मिलेगा।
आर्थिक मंदी का असर अब धीरे-धीरे साफतौर से दिखने लगा है। सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था से सबसे ज्यादा प्रभावित ऑटो इंडस्ड्री हो रही है। कई बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट में या तो उत्पादन बंद कर दिया है या फिर लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने गुरुवार को अपने बहु-उद्देशीय वाहन अर्टिगा का भारत स्टेज-6 (बीएस-6) उत्सर्जन मानक अनुकूल संस्करण पेश किया। यह पेट्रोल से चलने वाले मॉडल में पेश किया गया है।
मारुति सुजुकी ने जुलाई 2019 में 1,33,625 वाहनों का उत्पादन किया है। एक साल पहले इसी महीने में कंपनी ने 1,78,533 इकाइयों का उत्पादन किया था।
पैसेंजर कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने 30 जून को खत्म हुए छमाही में 18,845 अस्थायी कर्मचारियों को रोजगार दिया. जो पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी या 1,181 कर्मचारी कम हैं।
वाहन उद्योग क्षेत्र में मंदी का रुख बरकरार है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी समेत हुंदै, महिंद्रा, होंडा कार्स और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन कंपनियों की बिक्री में जुलाई में दहाई अंक की गिरावट दर्ज की गयी है।
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