कंपनियों ने 2021 में जमकर नए वाहन बाजार में उतारे। कंपनियां का मुख्य फोकस एसयूवी और हैचबैक कारों पर रहा।
तीन दरवाजों वाली जिमनी गाड़ी का विनिर्माण कंपनी के गुरुग्राम संयंत्र में किया जाता है जहां से इसे पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में निर्यात किया जाता है।
कार खरीदने वालों को डिलिवरी की तय तारीख नहीं मिल पा रही है। कुछ कारों के लिए वेटिंग 4 से 6 महीनों तक की है।
जनवरी 2022 में मूल्य वृद्धि की योजना बनाई गई है और मूल्य वृद्धि विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी।
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर माह में कुल बिक्री 139184 यूनिट की रही।
ईको के यात्री संस्करण की कीमत 4.30 लाख रुपये से शुरू होती है और 5.6 लाख रुपये तक जाती है
आगे सख्त उत्सर्जन नियम लागू होने जा रहे हैं। यह एक प्रमुख वजह है कि कंपनी डीजल कारों से ‘बचना’ चाह रही है।
कंपनी अब अपनी हाल ही में पेश की गई नई सेलेरियो का भी सीएनजी वेरिएंट लाने की तैयारी कर रही है। देश में सीएनजी स्टेशन का भी विस्तार हो रहा है, जिससे सीएनजी वाहनों की मांग बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खरखोदा में करीब 900 एकड़ जमीन पर संयंत्र लगाने के लिए मारुति के साथ चल रही बातचीत को शनिवार को अंतिम रूप दे दिया गया।
कंपनी ने बताया कि पिछले महीने उसका कुल यात्री वाहन उत्पादन 1,30,763 इकाई रहा, जो अक्टूबर 2020 में 1,76,942 इकाई का था।
एसयूवी सेग्मेंट में आने वाले कुछ समय में बहुत सारे मॉडल बाजार में लॉन्च होने वाले है। ऑटो मोबाईल कंपनियां एसयूवी गाड़ियों की मांग को भुनाने में जुट गई है।
मारुति सुजुकी ने नई इस कार नए डिजाइन के साथ पेश किया है। कार की हैडलैंप और बंपर को नया लुक दिया गया है।
मारुति सुजुकी स्मार्ट फाइनेंस ने अपनी शुरुआत के नौ महीने के भीतर एक लाख से अधिक ग्राहकों को कुल 6,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का वाहन ऋण वितरित किया है।
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक धातुओं के दाम करीब दोगुना तक बढ़ चुके हैं, जिससे बिक्री के मुकाबले लागत 80 प्रतिशत के पार पहुंच गयी है जो कि काफी ऊंचा स्तर है।
चिप की कमी से यात्री वाहनों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। इससे एसयूवी, कॉम्पैक्ट एसयूवी और लग्जरी खंड में वाहनों की कमी हो गई है।
कंपनी ने कहा कि नई सेलेरियो का फ्रंट फेस में एकदम नई रेडिएंट ग्रिल है, जो शार्प क्रोम एक्सेंट और अग्रेसिव हेडलैम्प के साथ आती है जो इसे एक सिग्नेचर लुक प्रदान करते हैं।
मारुति सुजुकी ने कहा, ‘‘समीक्षाधीन महीने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक घटकों की कमी के चलते वाहनों का विनिर्माण प्रभावित हुआ, हालांकि कंपनी ने इसके असर को कम करने के लिए सभी संभव उपाय किए।’’
फिलहाल मारुति कुल 14 मॉडल में से आठ मॉडल में सीएनजी विकल्प दे रही, कंपनी जल्द ही इस पोर्टफोलियो में चार और मॉडल को जोड़ने की योजना बना रही है
फैक्टरी फिटेड सीएनजी ऑप्शन की उपलब्धता ने भी सीएनजी वाहनों की मांग बढ़ाने में मदद की है। फैक्टरी फिटेड सीएनजी ग्राहकों को परफॉर्मेंस, मैनटेनेंस और सेफ्टी के मोर्चे पर अधिक संतुष्टि प्रदान करती है।
बाजार की स्थितियों, बुनियादी ढांचे की उपलब्धता और बैटरी की कीमतों के आधार पर, कंपनी 2025 से पहले ईवी लॉन्च कर सकती है।
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