अपग्रेडेड पेट्रोल वाहनों से नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन में लगभग 25 प्रतिशत की कमी आएगी।
देश की सबसे बड़ी वाहन कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने आज गुरुवार को घोषणा की कि उसने अपनी प्रीमियम रिटेल डीलरशिप नेक्सा के जरिए 1 मिलियन से अधिक वाहन बेचे हैं।
कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की सितंबर महीने में बिक्री 24.4 प्रतिशत घटकर 1,22,640 वाहन रह गई। टाटा मोटर्स की कुल बिक्री सितंबर में 48 प्रतिशत घटकर 36,376 वाहन रही जबकि बजाज ऑटो की कुल बिक्री सितंबर महीने में 20 प्रतिशत गिरकर 4,02,035 इकाई पर रही।
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने बयान में बताया कि सितंबर माह में उसके मिनी सेगमेंट की बिक्री (अल्टो, पुरानी वैगन-आर) अगस्त माह की तुलना में बढ़कर 20,085 यूनिट रही, जो अगस्त में 10,123 यूनिट रही थी।
एस-प्रेसो की एक्स-शोरूम कीमत 3,69,000 रुपए से शुरू होगी। यह चार वेरिएंट्स में आएगी और इसके टॉप वेरिएंट की कीमत 4,91,000 रुपए होगी। यह केवल पेट्रोल इंजन के साथ उपलब्ध होगी।
ऑटो सेक्टर में छायी मंदी के बीच आज मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) अपनी बहुप्रतीक्षित एसयूवी लुक वाली 'एस-प्रेसो' (S-Presso) को बाजार में लॉन्च करेगी। भारतीय ग्राहकों को बेसब्री से 'एस-प्रेसो' का इंतजार है।
मारुति सुजुकी ने बलेनो आरएस को एक हाई-परफॉर्मेंस हैचबैक के तौर पर पेश किया है, जिसमें 1.0 लीटर बूस्टरजेट पेट्रोल इंजन लगा है, जो 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक पावर प्रदान करता है।
कंपनी ने जिन मॉडल की कीमत में कटौती करने का फैसला किया है, उनमें अल्टो 800, अल्टो के10, स्विफ्ट डीजल, सेलेरियो, बलेनो डीजल, इग्निस, डिजायर डीजल, टूर एस डीजल, विटारा ब्रेजा और एस-क्रॉस शामिल हैं।
मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) अपनी बहुप्रतीक्षित कार Maruti Suzuki S-Presso को 30 सितंबर को लॉन्च करेगी। भारत के साथ साथ इसे कई और देशों में भी लॉन्च किया जाएगा।
मुंदड़ा कंपनी का दूसरा कार टर्मिनल बंदरगाह है। यहां से निर्यात 2009 में शुरू किया गया था।
वाहन बनाने वाली मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स की यात्री वाहन खंड में घरेलू बाजार हिस्सेदारी इस साल अप्रैल-अगस्त में कम हुई है। हालांकि हुंदै और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री इसी अवधि में बढ़ी।
कल-पुर्जों के हिसाब से मारुति सुजुकी के वाहन 90 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी होते हैं।
कल-पुर्जों के हिसाब से मारुति सुजुकी के वाहन 90 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी होते हैं।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी ने कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को वाहनों के इलेक्ट्रॉनिक्स तथा कुछ अन्य मुख्य कल-पुर्जे का देश में ही विनिर्माण शुरू करने का सुझाव दिया। मारुति सुजुकी ने कहा कि इससे इन कल-पुर्जों का आयात कम करने में मदद मिलेगी। इससे न सिर्फ मारुति को मदद मिलेगी बल्कि सरकार की मेक इन इंडिया मुहिम को भी समर्थन मिलेगा।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि वह हरियाणा में स्थित अपने इन दो विनिर्माण संयंत्रों में 7 और 9 सितंबर को विनिर्माण परिचालन को पूरी तरह बंद रखेगी।
कंपनी ने अगस्त महीने में 1,11,370 वाहन उत्पादित किए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का उत्पादन 1,68,725 वाहन था।
देश के वाहन उद्योग में गिरावट को सिलसिला जारी है और अगस्त में भी मारुति सुजुकी इंडिया, हुंदै, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स और होंडा सहित सभी प्रमुख वाहन निर्माताओं ने बिक्री में भारी गिरावट की सूचना दी है।
मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने मंगलवार को कहा कि यदि राज्य सरकारें विनिर्माण क्षेत्र को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका को सही तरीके से नहीं निभातीं हैं तो नरेंद्र मोदी सरकार का अगले पांच साल में अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य पटरी से उतर सकता है।
कंपनी ने अप्रैल में घोषणा की थी कि वह अप्रैल 2020 से डीजल कारों की बिक्री बंद कर देगी।
कंपनी ने कहा है कि वह वैगन आर के इस मॉडल की 40,618 यूनिट की जांच करेगी और फ्यूल होज मशीन में संभावित गड़बड़ी का पता लगाकर उसे मुफ्त में ठीक करेगी।
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