भारत में खपत कैटेगरी में शादियों का दूसरा स्थान है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि अगर शादी एक कैटेगरी होती, तो वे खाद्य और किराना (681 अरब अमेरिकी डॉलर) के बाद दूसरी सबसे बड़ी खुदरा कैटेगरी होती।
23 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलने वाले शादी सीजन में करीब 38 लाख से ज्यादा शादियां हो सकती हैं। इनसे 4.7 लाख करोड़ के बिजनेस होने का अनुमान है।
रिश्ते को सामाजिक मान्यता देने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट जरूरी होता है। मैरिज सर्टिफिकेट न सिर्फ शोषण और धोखाधड़ी से आपका संरक्षण करता है, बल्कि कई कई सरकारी योजनाओं से भी आपको लाभान्वित करता है।
हम एक हैं, हमारा समाज एक है, हम इंसान है। समाज से भेदभाव खत्म करने और जातियों के बीच बंटे लोग को एकजुट करने के लिए 2013 में शुरु की गई इस स्कीम का फायदा कैसे लिया जा सकता है? आइए जानते हैं।
प्रत्येक विवाह का लगभग 20 प्रतिशत खर्च दुल्हा-दुल्हन पर जाता है, जबकि 80 प्रतिशत खर्च विवाह का आयोजन में काम करने वाली अन्य तीसरी एजेंसियों के पास जाता है।
बोनवेरा वेडिंग कंपनी के डायरेक्टर हर्ष पंडित ने इंडिया टीवी को बताया कि इस बार महंगाई की मार सबसे अधिक फूलों पर देखने को मिल रही है। पिछले बार एक शादी के डेकोरेशन के लिए 1 लाख रुपये का फूल का खर्च इस बार बढ़कर 1.5 से 1.6 लाख रुपये तक पहुंच गया है।
हम आपको सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी दे रहे है ताकि आपकी बेटी की शादी में पैसों को लेकर अगर कोई परेशानी है तो आप इसका फायदा उठा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य में अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति ,अन्य पिछड़ा वर्ग ,अल्पसंख्यक तथा सामान्य वर्ग के परिवारों की बेटियों को उनकी शादी में सहयोग देने के लिए UP Shadi Anudan Yojana 2021 की शुरुआत की है।
सोने की मांग 10 साल के निचले स्तर पर आ गई है, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2018 की पहली तिमाही यानि जनवरी से मार्च के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग घटकर सिर्फ 937.5 टन रह गई है जो 10 साल में पहली तिमाही में सबसे कम मांग है
यदि आप नवंबर के महीने में ही शादी करने जा रहे हैं तो अपनी जेब का ख्याल जरूर रखिए। जीएसटी का असर शादी समारोह पर भी पड़ने जा रहा है।
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