बंबई शेयर बाजार (BSE) पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपेटालाइजेशन आज 107 लाख करोड़ रुपए के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया।
शेयर बाजारों में जोरदार तेजी के बीच श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि समय के साथ EPFO अपने निवेश योग्य कोष का 12 फीसदी शेयरों में निवेश कर सकता है।
टॉप 10 कंपनियों में से आठ का मार्केट कैप संयुक्त रूप से पिछले सप्ताह 57,965.56 करोड़ रुपए की बढ़ा। हालांकि इंफोसिस और सन फार्मा में गिरावट दर्ज की गई।
शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 105.61 अंकों की गिरावट के साथ 27,836.50 पर और निफ्टी 23.60 अंकों की कमजोरी के साथ 8,541.40 पर बंद हुआ।
शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन भी तेजी रही। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 181 अंक उछलकर 11 महीने के उच्च स्तर 27,808 अंक पर पहुंच गया।
देश की टॉप चार भारतीय कंपनियों का बाजार मूल्यांकन पिछले सप्ताह 19,173.4 करोड़ रुपए घट गया। इसमें सर्वाधिक नुकसान टीसीएस को हुआ।
यूरोपीय बाजारों में मजबूती के रुख तथा संसद के मानसून सत्र से पहले मिले-जुले कारोबार के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 35 अंक चढ़कर बंद हुआ।
शेयर बाजार में जोरदार तेजी के बीच सेंसेक्स की टॉप दस में से छह कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) पिछले सप्ताह 37,692.44 करोड़ रुपए बढ़ा।
आर्थिक नीतियों व नियमों में निरंतर सुधार से उत्साहित कारोबार में तेजी जारी रही। सेंसेक्स 259 अंक से अधिक उछलकर 27,000 अंक के करीब पहुंच गया।
ब्रिटेन के मतदाताओं के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (ब्रेक्जिट) के निर्णय से भारत में शेयर बाजारों के कारोबार पर इस सप्ताह भी असर पड़ सकता है।
सेंसेक्स की आठ कंपनियों का मार्केट कैप बीते सप्ताह 27,727.1 करोड़ रुपए घट गया। सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा टीसीएस रहीं।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 236.57 अंक की तेजी के साथ 27,000 अंक के ऊपर पहुंच गया।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में गिरावट से उबरते हुए 241 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ।
देश की 10 सबसे अधिक मूल्यांकन कंपनियों ने 22,459 करोड़ रुपए जोड़े। टीसीएस का मार्किट कैप 8,384.17 करोड़ से बढ़कर 5,13,000.91 करोड़ रुपए हो गया।
सेंसेक्स की टॉप दस कंपनियों में से सात का मार्किट कैपिटलाइजेशन बीते सप्ताह कुल मिलाकर 45,962.77 करोड़ रुपए घट गया। इंफोसिस, टीसीएस को सबसे अधिक नुकसान हुआ।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 127.71 अंकों की गिरावट के साथ 26,635.75 पर और निफ्टी 33.55 अंकों की गिरावट के साथ 8,170.05 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा और मॉनसून की चाल पर शेयर बाजार की दिशा निर्भर करेगी।
पिछले सप्ताह आई भारी तेजी के टॉप-10 कंपनियों का मार्किट कैप 98,598 करोड़ रुपए हो गया। इस लिहाज से आईटीसी सबसे अधिक फायदा दर्ज करने वाली कंपनी रही।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 71.54 अंकों की गिरावट के साथ 25,230.36 पर और निफ्टी 18.65 अंकों की गिरावट के साथ 7,731.05 पर बंद हुआ।
नए निवेश गंतव्य के रूप में भारत को मिल रही तरजीह ने चीन की दुखती नस को छुआ है क्योंकि तेजी से बढ़ता भारतीय उपभोक्ता बाजार चीन की चमक को छीन सकता है।
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