बाजार में उछाल के साथ निवेशकों की संपत्ति 5.81 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,383.93 अंक उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 68,865.12 अंक पर बंद हुआ।
आईटीसी का मूल्यांकन 15,159.02 करोड़ रुपये बढ़कर 5,61,159.09 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस का पूंजीकरण 14,480.29 करोड़ रुपये बढ़कर 4,48,446.82 करोड़ रुपये हो गया।
घरेलू शेयर बाजार में पॉजिटिव रुझान है। शुक्रवार को ऑटो स्टॉक्स पर खास फोकस है। निफ्टी पर एनटीपीसी, अपोलो हॉस्पिटल्स, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स मार्केट खुलने पर सबसे ज्यादा लाभ में दिखे।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 28 मई 2007 को 1000 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग ऐसे बाजार हैं जिनका बाजार पंजीकरण 4000 अरब डॉलर से अधिक है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने देश की सबसे मूल्यवान कंपनी का तमगा बरकरार रखा है। उसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस में संयुक्त रूप से 17,386.45 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी देखी गई।
एक खरब रुपये मार्केट कैप वाली कंपनियों के क्लब में 11 नई कंपनियों का शामिल होना वित्तीय वर्ष 2023 के मुकाबले 19 प्रतिशत ज्यादा का ग्रोथ दर्शाता है। हालांकि, दो कंपनियां- वेदांता और अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस इस क्लब से बाहर हो गई हैं।
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, आईटीसी, भारती एयरटेल, एसबीआई और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
पिछले 15 दिनों से मिडिल ईस्ट में भारी तनाव है,जिसका असर दुनियाभर के बाजारों पर देखने को मिला है। आने वाले समय में इसके और आगे जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इजराइल और हमास युद्ध के चलते पिछले हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट रही। इसका असर सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैप पर देखने को मिला। सभी कंपनियों की मार्केट कैप में गिरावट आई। इसके चलते इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
सितंबर में देश की खुदरा महंगाई दर घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5 फीसदी पर पहुंच गई, जबकि फैक्ट्री आउटपुट 14 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
अगर हमास के साथ उसका सपोर्टर ईरान युद्ध में शामिल हो जाता है तो स्थिति बदल जाएगी।
ब्रेंट क्रूड की कीमतें (Crude Oil Price) इस साल 100 डॉलर के लेवल को पार कर सकती हैं। आगे रुपये की चाल पूरी तरह तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा।
निवेशकों को यह नुकसान मुनाफावसूली के कारण आई। अधिकांश कंपनियों के शेयरों में बड़ी बिकवाली आने से गिरावट आ गई। इसके चलते निवेशकों को इतनी बड़ी चपत लग गई।
हर लॉट की ऊपरी कीमत 1,10,400 रुपये है। खुदरा निवेशक सिर्फ एक लॉट के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जबकि गैर-संस्थागत निवेशक कम से कम दो लॉट (Cellecore IPO) के लिए बोली लगा सकते हैं।
निफ्टी लगातार पांचवें दिन 116 अंक (+0.6 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 19,727 के स्तर पर बंद हुआ।
मंगलवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 152.12 अंक चढ़कर 65,780.26 अंक पर बंद हुआ।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 500.65 अंक या 0.77 प्रतिशत की बढ़त में रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही।
आईसीआईसीआई बैंक का बाजार मूल्यांकन 13,716.34 करोड़ रुपये की बढ़त के साथ 6,79,267.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 29,894.45 करोड़ रुपये घटकर 12,32,240.44 करोड़ रुपये हो गया। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 19,664.06 करोड़ रुपये घटकर 12,02,728.20 करोड़ रुपये रहा।
लेटेस्ट न्यूज़