BSE का सेंसेक्स मंगलवार को 60.23 अंक मजबूत होकर 32,575 तथा NSE का निफ्टी 37.55 अंक की तेजी के साथ 10,115 अंक की नई रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।
चीनी कंपनी शुनरुई कम्युनिकेशंस द्वारा निर्मित Voto Mobiles (वोटो मोबाइल) ने सोमवार को भारतीय बाजार में अपने प्रवेश की घोषणा की है।
सेंसेक्स की टॉप-10 मूल्यवान कंपनियों में से आठ के मार्केट कैप में 62,997.73 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई। सबसे अधिक लाभ में एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक रहे।
देश की टॉप 10 कंपनियों में से 4 के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह 61,930.86 रुपए की गिरावट आई। इसमें सर्वाधिक मार ITC पर पड़ी
इस सप्ताह विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजे तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे।
जियो के दम पर रिलायंस इंडस्ट्री ने TCS को पछाड़ दिया है, रिलायंस का मार्केट कैप जहां 5 लाख करोड़ के पार है वहीं TCS का मार्केट कैप 4.6 लाख करोड़ है
निवेशकों का आकर्षण बढ़ने से लघु एवं मझोले उपक्रमों (SME) ने चालू साल में जनवरी से जून के दौरान IPO के जरिए 660 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
सेंसेक्स की टॉप 10 में से 9 कंपनियों के मार्केट कैप में बीते सप्ताह 67,754.53 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। सबसे अधिक लाभ में RIL और TCS रही।
शेयर बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजे के आंकड़ों, घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख पर निर्भर करेगी।
सोमवार को ऐसा लगा जैसे NSE के निफ्टी और BSE के सेंसेक्स की गति में कोई बाधा नहीं है। दोनों सूचकांकों ने अब तक के सर्वोच्च स्तर को छुआ।
लंबे इंतजार के बाद NSE के कैश और F&O सेगमेंट में कारोबार शुरू हो गया है। तकनीकी खामियों के कारण NSE पर कारोबार 3 घंटे से अधिक समय के लिए रुक गया था।
सोमवार को बाजार खुलने के तुरंत बाद ही निवेशकों को NSE की तकनीकी समस्या ने एक बड़ा झटका दिया। NSE में लिस्टेड शेयरों के भाव अपडेट नहीं हो पा रहे हैं।
SEBI ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को डेरिवेटिव प्रतिभूतियों के आधार पर अपने विदेशी ग्राहकों को पार्टिसिपेटरी नोट जारी करने से रोक दिया है।
बीते सप्ताह BSE के सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ का मार्केट कैप 72,648.98 करोड़ रुपए बढ़ा। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) रही।
शेयर बाजारों में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकडों और आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी।
एशियाई बाजारों में कमजोरी के बावजूद घरेलू शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है। NSE का निफ्टी 20 अंकों की बढ़त के साथ 9657 के स्तर पर कारोबार कर रहे थे।
पिछले साल प्रमुख टेलिकॉम कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी में कमी आई है और नई टेलिकॉम कंपनी जियो ने आक्रामक रणनीति के जरिए तेजी से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई।
जीएसटी के सही तरीके से लागू होने से घरेलू शेयर बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिल रही है। इस तेजी में सेंसेक्स 300 और निफ्टी 80 अंक उछल गया है।
GST लागू होने से पहले सेंसेक्स 64 अंक की तेजी के साथ 30921 के स्तर पर और निफ्टी 17 अंक बढ़कर 9521 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स 175 अंक की गिरावट के साथ 30685 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 50 अंक टूटकर 9453 के स्तर पर है।
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