सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) बीते सप्ताह में 1.47 लाख करोड़ रुपए बढ़ गया।
अगस्त 2018 में 8 लाख करोड़ रुपए का मार्केट कैप छूने वाली आरआईएल पहली भारतीय कंपनी बनी थी।
एक सर्वे में 14 में से 10 विश्लेषकों का मानना है कि आरआईएल का एकीकृत शुद्ध लाभ 11,256 करोड़ रुपए रहेगा।
पिछले हफ्ते सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से सात के बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) में बीते सप्ताह कुल मिलाकर एक लाख करोड़ रुपए की कमी आयी। एचडीएफसी बैंक के एमकैप में सबसे ज्यादा 30,000 करोड़ रुपए से अधिक की कमी दर्ज की गयी है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1.26 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक रहे।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बीते सप्ताह 1.15 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर के पूंजीकरण में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई है।
शेयर बाजार में आई इस तेजी से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6,82,938.6 करोड़ रुपए बढ़कर 1,45,37,378.01 करोड़ रुपए हो गया।
सेंसेक्स में शामिल 10 शीर्ष कंपनियों में से छह का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में 50,580.35 करोड़ रुपये बढ़ा। इसमें सबसे अधिक लाभ में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और आईसीआईसीआई बैंक रहे।
घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ होने के बाद प्रमुख संवेदी सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आ गई। सेंसेक्स और निफ्टी सत्र के शुरुआती घंटे के दौरान लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे थे।
औद्योगिक वृद्धि और मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़े जारी होने से पहले येस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी, आईटीसी और टीसीएस के शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स गुरुवार को भारी उतार-चढ़ाव के बाद 167 अंक गिर कर बंद हुआ।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से छह का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में कुल मिलाकर 87,973.5 करोड़ रुपए गिर गया। टीसीएस और एचडीएफसी के बाजार पूंजीकरण में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में से आठ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह 77,222.53 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी के पूंजीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली।
घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को भी निवेशकों में निराशाजनक रुझान के कारण गिरावट का सिलसिला जारी रहा। शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 370 अंक लुढ़का जबकि एनएसई के प्रमुख सूचकांक निफ्टी में भी 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई।
वोडाफोन-आइडिया को हुए भारी नुकसान का असर आदित्य बिरला समूह की अन्य कंपनियों पर पड़ने लगा है, जिनके संयुक्त मार्केट कैप में 20 अगस्त को 21,431 करोड़ रुपये की गिरावट आई। इससे कुछ दिन पहले ही कंपनी की दूरसंचार इकाई ने अपने तिमाही नतीजे 29 जुलाई को जारी किए थे।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह संयुक्त रूप से 84,354.1 करोड़ रुपये की कमी आई। इसमें टीसीएस को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा। शीर्ष 10 कंपनियों में से केवल आरआईएल की बाजार हैसियत में वृद्धि देखने को मिली।
कंपनी के शेयरों में आई इस तेजी की वजह से आरआईएल चेयरमैन मुकेश अंबानी की व्यक्तिगत संपत्ति में 35,700 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह संयुक्त रूप से 87,966 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई। हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक लाभ में रहे।
घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार लगातार दूसरे दिन मजबूत कारोबारी रुझान से गुलजार दिखा। विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और सकारात्मक घरेलू कारकों से शुरूआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 380 अंकों की तेजी के साथ 37,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर चला गया। वहीं, निफ्टी भी 100 अंक से ज्यादा उछला।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 89,535 करोड़ रुपये की गिरावट आई। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को सबसे अधिक नुकसान हुआ।
घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरूआत तेजी के साथ हुई, लेकिन जल्द घरेलू कारकों और कमजोर विदेशी संकेतों से बाजार में जल्द ही नकारात्मक रुख देखने को मिला और सेंसेक्स 100 अंकों से ज्यादा टूट गया।
लेटेस्ट न्यूज़