शेयर बाजार में असाधारण तेजी के चलते वर्ष 2020-21 में निवेशकों की संपत्ति में 90,82,057.95 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
शेयर बाजार ने चालू वित्त वर्ष में विभिन्न बाधाओं के बावजूद निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया। कोविड-19 संकट और अर्थव्यवस्था पर पड़े उसके प्रभाव के बाद भी बीएसई सेंसेक्स में 66 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी।
बीएसई का कुल मार्केट कैप 209.53 लाख करोड़ रुपये था। वहीं फिलहाल कराची स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुई सभी 397 कंपनियों का कुल मार्केट कैप 7.83 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपया है। जो कि भारत के 3.62 लाख करोड़ रुपये के बराबर है।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह दीर्घावधि में अमेरिकी बांड पर प्राप्ति, कच्चे तेल की कीमतों तथा वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
बाजार में बहुत बड़ी गिरावट ने एकबार फिर निवेशकों के आंसू निकाल दिए है। इस गिरावट के बाद कई लाख करोड़ रुपए का नुकसान निवेशकों को हुए है। बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को 1,900 अंक से अधिक की गिरावट के साथ निवेशकों को 5.3 लाख करोड़ रुपए की चपत लगी।
एनएसई में कनेक्टिविटी के मुद्दे की वजह से 11:40 बजे कारोबार बंद हो गया था। यह 3:30 बजे तक बंद रहा था। बाद में एनएसई और बीएसई ने कारोबार के समय को बढ़ाकर पांच बजे तक करने का फैसला किया था।
बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को बड़ी जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। यह पिछले दो माह में यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
बीते सप्ताह सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सामूहिक रूप से 5,13,532.5 करोड़ रुपये बढ़ गया। इस दौरान बैंकों के बाजार पूंजीकरण में सबसे अधिक बढ़त देखने को मिली। सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण सबसे अधिक 1,13,517 करोड़ रुपये बढ़ा है।
बॉम्बे शेयर बाजार पर कुल 5155 कंपनियां लिस्टेड हैं। कुल लिस्टेड कंपनियों में मौजूदा समय में 3913 ट्रेड के लिए उपलब्ध हैं।
आज के कारोबार में करीब 240 शेयर साल के उच्चतम स्तरों तक पहुंचे हैं। वहीं 42 स्टॉक आज अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचे हैं। टाटा मोटर्स में 15 फीसदी से ज्यादा की बढ़त रही है।
टीसीएस ने पिछले साल मार्च में भी देश की सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनी होने का दर्जा प्राप्त किया था। कंपनियों की मार्केट कैप रोजाना उनके स्टॉम मूल्य के आधार पर बदलता रहता है।
इस सप्ताह जिन कंपनियों के तिमाही परिणाम आने हैं, उनमें यूको बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, ल्यूपिन, मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स शामिल हैं। इन कंपनियों के स्टाक में एक्शन देखने को मिल सकता है।
बीते सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सर्वाधिक मूल्यांकन वाली कंपनी बनी रही। उसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज दूसरे, एचडीएफसी बैंक तीसरे, इन्फोसिस चौथे और हिंदुस्तान यूनिलीवर पांचवे स्थान पर रही।
तीनों कंपनियों की बाजार पूंजी को मिला दें तो यह रकम 32.48 लाख करोड़ रुपये है, जो भारत सरकार के बजट से ज्यादा है।
पिछले साल, सेंसेक्स ने 15.7 प्रतिशत वृद्धि हासिल की। शेयर बाजारों में इस तेजी की वजह से 2020 में इक्विटी निवेशकों की संपत्ति में 32.49 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
कोरोना वायरस से प्रभावित वर्ष 2020 में भारतीय शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बीच इक्विटी निवेशकों की संपत्ति 32.49 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है।
टीसीएस का 16 हजार करोड़ रुपये का बायबैक भी इस समय खुला है। इससे इसके शेयरों में तेजी बनी हुई है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,53,041.36 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
2.4 लाख करोड़ डॉलर या 180 लाख करोड़ रुपये के कुल मार्केट-कैप के साथ भारत दुनियाभर में दसवें नंबर पर है।
यह आईपीओ 178.20 करोड़ शेयरों का होगा। इसमें 118.80 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे जबकि सरकार 59.40 करोड़ शेयर की बिक्री पेशकश लाएगी।
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