भारतीय बाजार में यह गिरावट वैश्विक बाजार में बिकवाली के दबाव में आई है। आज मार्केट में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा, रूस-यूक्रेन संकट के कारण भू-राजनीतिक परिदृश्य खराब होने से घरेलू शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।
नोटबंदी के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई का सेंसेक्स 839.91 अंकों की गिरावट के साथ 35066.75 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी भी 256.30 अंकों की गिरावट के साथ 10760.60 अंकों पर बंद हुआ।
सोमवार को ऐसा लगा जैसे NSE के निफ्टी और BSE के सेंसेक्स की गति में कोई बाधा नहीं है। दोनों सूचकांकों ने अब तक के सर्वोच्च स्तर को छुआ।
कारोबार के अंत में निफ्टी 9658 और सेंसेक्स 31312 के करीब बंद हुआ। आज के कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सुस्ती नजर आई है।
भू- राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर तनाव बढ़ने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 145 अंक टूटकर 29,643 अंक पर आ गया। वहीं निफ्टी 34 अंक टूटकर बंद हुआ।
बंबई शेयर बाजार में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। सेंसेक्स 131 अंक टूटकर 29,576 अंक पर आ गया।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 187.96 अंकों की गिरावट के साथ 29,233.44 पर और निफ्टी 62.80 अंकों की गिरावट के साथ 9,045.20 पर बंद हुआ।
बाजार में आज लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला रहा और सेंसेक्स 115 अंक टूटकर 26,375 अंक के स्तर पर आ गया। यह इसका दो सप्ताह का निचला स्तर है।
शेयर बाजार में दो दिन से जारी तेजी के सिलसिले पर सोमवार को ब्रेक लगा और सेंसेक्स 232 अंकों की गिरावट के साथ 26,515 पर बंद हुआ।
BSE का Sensex 456 अंकों की बढ़त के साथ 26316 अंकों पर और NSE Nifty 149 अंकों के उछाल के साथ 8114 पर बंद हुआ।
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