पूरे वित्त वर्ष 2019-20 के लिए कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 3,641.12 करोड़ रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में यह 3,451.37 करोड़ रुपए था।
बैंक ने चौथी तिमाही में एनपीए के लिए 11894 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जबकि इससे पहले वाली तिमाही में बैंक ने 8193 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।
नेस्ले इंडिया ने कहा कि कंपनी की कारोबारी गतिविधियों पर कोविड-19 महामारी का अबतक कोई खास असर नहीं दिखा है, निकट भविष्य और सालाना परिणाम पर इसके प्रभाव का आकलन करना फिलहाल अत्यंत कठिन है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रायन हंफरीज ने कहा कि 2020 चुनौतीपूर्ण रहना वाला है और इस दौरान कंपनी ने डिजिटल कौशल बढ़ाने पर निरंतर निवेश करते रहने की योजना बनाई है।
2019-20 के दौरान यात्री वाहन की बिक्री में 18 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई
वित्त वर्ष के दौरान एयरलाइन को 316.1 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि 2017-18 में उसे 566.66 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि उसे बीते वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में एकल आधार पर 991 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।
इंडसइंड बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि हालांकि उसकी कुल आय मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 7,550.43 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5,858.62 करोड़ रुपए थी।
जेएलआर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राल्फ स्पेथ ने कहा कि जेएलआर वाहन उद्योग क्षेत्र की पहली ऐसी कंपनी है जिसने कई चुनौतियों के बावजूद सफलता पाई है।
पूरे वित्त वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 36.5 प्रतिशत बढ़कर 1,952.21 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में 1,429.21 करोड़ रुपए रहा था।
वोडाफोन आइडिया के सीईओ बालेश शर्मा ने कहा कि विलय के बाद शुरू की गई हमारी मुहिमों से सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं और हम दो साल पहले ही अपने लक्ष्य के रास्ते पर चलने लगे हैं।
एचडीएफसी ने बयान में कहा कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 11,586.58 करोड़ रुपए रही, जो कि इससे एक साल पहले मार्च तिमाही में 9,322.36 करोड़ रुपए थी।
पूरे वित्त वर्ष (अप्रैल-मार्च) 2018-19 में बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 3,069.07 करोड़ रुपए रहा, जबकि 2017-18 में उसे 4,187.41 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था।
कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि आलोच्य तिमाही में एचसीएल टेक्नोलॉजीज की आमदनी 21.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 15,990 करोड़ रुपए रही।
वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 29 प्रतिशत बढ़कर 107.2 करोड़ रुपए रहा।
बैंक ने एनपीए के लिए चौथी तिमाही में 5,451 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में बैंक ने 4,244 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।
चौथी तिमाही के लिए कंपनी का एबिटडा भी सुधरकर 2,321 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 2,048 करोड़ रुपए था।
तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 2,220.51 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,553.97 करोड़ रुपए रही थी।
31 मार्च 2019 को समाप्त तिमाही में बैंक का ग्रॉस एनपीए दोगुना बढ़कर 3.22 प्रतिशत हो गया, जो 2017-18 की अंतिम तिमाही में 1.28 प्रतिशत था।
वित्त वर्ष 2017-18 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक को 2188 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था।
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