देश में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि की गति मई में पांच महीने में सबसे धीमी रही। यह बताता है कि क्षेत्र की हालत में बमुश्किल ही सुधार हुआ है।
भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर जून में समाप्त तिमाही के दौरान निर्यात, मांग की स्थिति अच्छी न होने और लोन की लागत अधिक होने के कारण घट सकती है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियां अप्रैल में चार महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गई। एक सर्वे के अनुसार इसका कारण अप्रैल में नए आर्डर का स्थिर होना है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में दुनिया के दस बड़े देशों में भारत छठे स्थान पर पहुंच गया है।
भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर (आईटी) में काम करने वाले कर्मचारियों को सबसे अधिक सैलरी मिलती है। इस सेक्टर में एक घंटे की औसत सैलरी 346.42 रुपए है।
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