बजट का जिक्र आते ही वित्त मंत्रियों के लम्बे-चौड़े और उबाऊ बजट भाषण दिमाग में तैरने लगते हैं, लेकिन कई बार वित्त मंत्री बजट भाषण पढ़ते-पढ़ते शायर बनकर शायरियां भी पढ़ने लगते हैं। ये शायरियां बजट भाषण से ज्यादा चर्चा में रहती हैं।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार हाल ही में 500 अरब डॉलर यानि आधा ट्रिलियन डॉलर हो गया है। तमाम परेशानियों के बावजूद विदेशी मुद्रा भंडार का बढ़ना देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर संकेत माना जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राजग सरकार को संप्रग की गलतियों से सीखना चाहिए। नीरव मोदी और अन्य ऋण बकाएदारों को सार्वजनिक धन लेकर नहीं भागना चाहिए
जावड़ेकर ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगी, जैसा कि उम्मीद और पूर्वानुमान व्यक्त किया जा रहा है।
सुस्त अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा की गई टिप्पणी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'मैं उद्योग प्रतिनिधियों से मिल रही हूं और उनकी समस्याएं और सरकार से वे क्या चाहते हैं, इस पर सुझाव ले रही हूं। मैं पहले ही यह दो बार कर चुकी हूं। मैं यह बार-बार करूंगी।'
बजट के इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे काफी सारे तथ्य हमारे सामने आएंगे जो देश के बदलते आर्थिक हालात बतलाते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था का एक बड़ा पावरहाउस बनना इंडिया के भाग्य में लिखा है।
भारत में अब तक की सबसे अभूतपूर्व नोट बंदी को हुए आज दो वर्ष पूरे हो चुके हैं। सरकार जहां नोट बंदी के फायदे गिना रही है, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे तबाही करार दिया है।
देश की आर्थिक वृद्धि दर का आंकड़ा वित्त वर्ष 2006-07 में 10.08 प्रतिशत रहा, जो कि उदारीकरण शुरू होने के बाद का सर्वाधिक वृद्धि का आंकड़ा है। यह आंकड़ा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आरोप लगाया कि वह 2009 तक देश के हर गांव तक बिजली पहुंचाने के वादे को पूरा करने में असफल रही हैं। उन्होंने कहा कि तब कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं गांधी ने आगे बढ़कर कहा था कि 2009 तक देश के सभी घरों में बिजली पहुंच जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था के प्रबंधन को लेकर अपनी सरकार के तौर तरीकों का पूरी मजबूती के साथ बचाव किया। उन्होंने कहा पिछली सरकार में ‘अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री’ तथा ‘सर्वज्ञाता वित्त मंत्री’ ने अर्थव्यवस्था को जिस रसातल में पहुंचा दिया था उनकी सरकार उसे बाहर निकालकर पटरी पर लाई है
बजट के इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे काफी सारे तथ्य हमारे सामने आएंगे जो देश के बदलते आर्थिक हालात बतलाते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि मूडीज़ रेटिंग बढ़ने के बावजूद सरकार को इस भुलावे में नहीं आना चाहिए कि अर्थव्यवस्था संकट से बाहर आ गयी है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी तथा GST के हड़बड़ी में किए गए कार्यान्वयन पर निशाना साधा और GDP पर इनके प्रतिकूल प्रभावों के प्रति आगाह किया।
प्रवर्तन निदेशालय ने बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इकना नाम मनमोहन सिंह और गगनदीप सिंह है
नोटबंदी के फैसले के बाद हो रही दिक्कतों के मद्देनजर देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यह फैसले को एक विशाल त्रासदी है।
बजट के इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे काफी सारे तथ्य हमारे सामने आएंगे जो देश के बदलते आर्थिक हालात बतलाते हैं। जानिए बजट से जुड़ी अन्य रोचक बातें
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