सरकार ने भी इस बात को समझा है कि वह जब लॉकडाउन की घोषणा करते हैं तो उन्हें क्या करना चाहिए।
पिछले कुछ दिन के दौरान देश के महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्रों में लॉकडाउन और आवाजाही पर अंकुश तथा रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। इससे अर्थव्यवस्था को एक सप्ताह में 1.25 अरब डॉलर का नुकसान होगा।
CAIT ने मुआवजे देने के फॉमूर्ले को बताते हुए कहा कि जिस दुकान की जो वार्षिक टर्न ओवर है उसके अनुपात में सरकार को ऐसे व्यापारियों को मुआवजा देना चाहिए।
देश में अगर आंशिक लॉकडाउन भी लगाया जाता है तो इसे लेकर बड़ी खबर सामने आई है।आंशिक लॉकडाउन लगने की स्थिती में भी बड़ा नुकसान हो सकता है।
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ चुकी है ऐसे में दूसरा लॉकडाउन अगर लगाया जाता है तो इससे न केवल इंडस्ट्री को बल्कि अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचेगा।
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर को फैलने से रोकने के लिए पूरे महाराष्ट्र में लॉकडाउन है और राष्ट्रीय राजधानी सहित स्थानीय और नाइट कर्फ्यू देश के कई हिस्सों में लागू किया गया है।
बोफा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन घोषित होता है, तो यह आखिरी रास्ता होगा।
धारा 248(2) उन कंपनियों को स्वेच्छा से अपना कारोबार बंद करने की अनुमति देती है, जिनपर कोई कानूनी कार्रवाई न चल रही हो।
सभी को यह उम्मीद थी कि सरकार 1 फरवरी को पेश किए गए बजट में एनआरआई और विदेशी नागरिकों के रेजिडेंसी स्टेट्स पर स्पष्टता देगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार वाहन उद्योग क्षेत्र में नियुक्तियां लगभग रूकी हुई हैं। इसके अलावा 286 वाहन डीलरों की दुकानें बंद हो गई हैं।
व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के राष्ट्रीय राजधानी के बाजार क्षेत्रों लॉकडाउन के प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जताई है।
भारत में मार्च से लॉकडाउन लगाया गया था, प्रतिबंधों और महामारी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत को देखते हुए रिजर्व बैंक ने कुछ खास बाजारों के कारोबारी समय में 7 अप्रैल को कटौती की थी। प्रतिबंधों के हटने के साथ ही रिजर्व बैंक वापस समय को बढ़ा रहा है।
जर्मनी में भी सरकार ने एक महीने के लिए आंशिक लॉकडाउन लगाया है। अमेरिका में लगभग सभी राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं।
बियानी ने कहा कि कोविड संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए मुझे नहीं पता कि महामारी के बाद वाली दुनिया में रिटेल वर्ल्ड कैसा होगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी की निजी संपत्ति में 73 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। उनकी निजी संपत्ति 6.58 लाख करोड़ रुपये हो गयी है। इसकी बदौलत वह लगातार नौंवे साल देश के सबसे धनाढ्य व्यक्ति बने हुए हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि और देश में लगाये गये कड़े लॉकडाउन का प्रभाव जारी रहने से अर्थव्यवस्था पर दबाव बना हुआ जिससे आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंता गहरा गई है।
मंगलवार को आए आंकड़ों के मुताबिक देश के निर्यात में लगातार छठे महीने गिरावट दर्ज हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में पेट्रोलियम, चमड़ा, इंजीनियरिंग सामान और रत्न एवं आभूषण के निर्यात में कमी दर्ज हुई है।
समीक्षाधीन महीने में चीन का आयात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.1 प्रतिशत घटकर 176.3 अरब डॉलर रह गया।
सत्या माइक्रो कैपिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विवेक तिवारी ने आरोप लगाया है कि इस कठिन परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए कुछ गैर-सामाजिक तत्व कर्जमाफी जैसी अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
पहली तिमाही में 23.9 प्रतिशत की गिरावट के बाद दूसरी तिमाही में यह गिरावट 12 से 15 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4 से 5 प्रतिशत रह सकती है।
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