लॉकडाउन की वजह से अप्रैल में कई जगह आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह बंद रहीं
ब्रिटेन में 23 मार्च से लॉकडाउन लागू है। अब अंकुशों में कुछ ढील दी जा रही है। सोमवार से गैर-आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलने जा रही हैं।
फाडा द्वारा 1,435 में से 1,225 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) से वाहनों के पंजीकरण के आंकड़े जुटाए जाते हैं।
रेलवे की माल ढुलाई से कमाई में इस साल अप्रैल-मई के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 8,283 रुपए की गिरावट आई है।
फिच के अनुसार अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था फिर रफ्तार पकड़ सकती है।अगले साल भारत की अर्थव्यवस्था 9.5% की रफ्तार से बढ़ सकती है।
मार्केट रिसर्च फर्म टेकआर्क के अनुसार, साल 2019 की तुलना में बिक्री में वास्तविक गिरावट 12.5 प्रतिशत है। 2019 में 14.5 करोड़ स्मार्टफोन की बिक्री हुई थी
मई के दौरान रोजगार गतिविधियों में 61 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई
रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति आय में 3.6 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। इससे करोड़ों लोग गरीबी की दलदल में फंसेंगे।
लॉकडाउन के आर्थिक प्रभाव गंभीर हो सकते हैं और एक सफल अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत को व्यावसायिक गतिविधियां फिर चालू करनी होंगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज अब तक कुल मिलाकर 20 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी बेचने के सौदे कर चुकी है। रविवार को ही आबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) ने रिलायंस जियो में 1.16 प्रतिशत हिस्सा खरीदने के लिए 5683.50 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है।
सर्वेक्षण में शामिल किए गए सभी 16 बाजार में प्रतिबंध हटने के बाद भारतीयों को नौकरियां वापस पाने को लेकर सबसे आशावादी पाया गया।
लॉकडाउन में छूट और विदेशी बाजारों में कीमतें घटने से अप्रैल के मुकाबले मई में आयात 10% बढ़ा
1 जून से दिल्ली में दुकाने खुलने के साथ लोगो ने साइकिल की खरीद शुरू की
एयर इंडिया ने शनिवार को ट्वीट कर बताया कि वंदे भारत मिशन के तीसरे चरण के तहत शुक्रवार शाम पांज बजे से अमेरिका, कनाडा, युनाइटेड किंगडम और यूरोप के चुनिंदा स्थलों के लिए टिकट की बुकिंग शुरू की गई।
संहिता की तीन धाराएं 7, 9 और 10 छह माह की अवधि के लिए लागू नहीं होंगी। इस संदर्भ में आईबीसी में एक नई धारा 10ए डाली गई है।
पाम तेल का आयात इस साल मई में 52.69 प्रतिशत घटा
गौतम अडाणी के मुताबिक मौजूदा वक्त भारत में निवेश का सबसे सही वक्त
उच्चतम न्यायालय ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान ऋण अदायगी स्थगित रखने की अवधि में कर्ज पर ब्याज माफ करने के सवाल पर आज गुरुवार (4 जून) को वित्त मंत्रालय से जवाब मांगा।
आर्थिक पैकेज पर बजाज ने कहा कि दुनिया के कई देशों में जो सरकारों ने दिया है उसमें से दो तिहाई लोगों के हाथ में गया है। लेकिन हमारे यहां सिर्फ 10 फीसदी ही लोगों के हाथ में गया है।
बजाज ने कहा कि नारायण मूर्ति जी हमेशा कहते हैं, जहाँ संदेह होता है, वहां खुलासा होता है। मुझे लगता है कि हमारे यहां खुलासा करने और सच्चाई के मामले में कमी रह गई।
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