क्रिसिल ने कहा कि रिपोर्ट किए गए लोन डिफॉल्ट में कुछ बढ़ोतरी देखी जा सकती है क्योंकि संस्थाएं अपने मौजूदा गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) मान्यता मानदंडों और/या मौजूदा ग्राहकों को ऋण वितरित करने की नीतियों और प्रक्रियाओं पर फिर से विचार कर रही हैं।
पंजाब नेशनल बैंक का कुल कारोबार 22.51 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़कर 25.23 लाख करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने कुछ दिनों पहले योग्य संस्थागत खिलाड़ियों को इक्विटी शेयर जारी करके 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
देश में लोन की मांग चालू वित्त वर्ष 2017-18 में 15 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह वृद्धि 9.1 प्रतिशत रही है।
एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों की लोन ग्रोथ में इस भारी गिरावट का बड़ा हिस्सा मात्र 10 कंपनियों के खाते में गया है।
LIC हाउसिंग फाइनेंस ने उत्पाद गृह सिद्धि नाम से एक नई स्कीम लॉन्च की है। इस स्कीम के तहत मकान के निर्माण, खरीद और मौजूदा आवास के मरम्मत के लिए कर्ज मिलेगा।
एसोचैम ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को लोन ग्रोथ सुस्त रहने और कमजोर मांग के बीच ब्याज दरों में 0.5 से 0.75 प्रतिशत की कटौती करनी चाहिए।
बैंकों को उम्मीद है कि वित्त मंत्री जेटली वित्त वर्ष 2017-18 के बजट में क्षेत्र के कई उपायों की घोषणा करेंगे और ऋण वृद्धि को प्रोत्साहन देने के उपाय होंगे।
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