पीएनजी मुख्य रूप से मीथेन और इसे माइल्ड स्टील (एमएस) और पॉलीइथिलीन (पीई) पाइप के जरिये आपूर्ति की जाती है। पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) इन दिनों मुख्य रूप से अपने कई लाभों के कारण पसंदीदा ईंधन है।
ब्लू एनर्जी मोटर्स (Blue Energy Motors) द्वारा आज पुणे के चाकन में भारत का पहला तरल प्राकृतिक गैस (LNG) ईंधन वाला ग्रीन ट्रक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट (Manufacturing Plant) लॉन्च किया गया।
पहला एलएनजी स्टेशन विशिष्ट आउटलेट ही होगा लेकिन भविष्य में पेट्रोल पंप के साथ ही एलएनजी बिक्री भी करने की योजना है।
दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी हर साल 4 लाख किलोलीटर डीजल का उपयोग करती है और इस पर कंपनी का वार्षिक खर्च 3500 करोड़ रुपये से अधिक है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस साल फरवरी में डीजल इंजन से सीएनजी में परिवर्तित भारत का पहला ट्रैक्टर पेश किया था
पाकिस्तान एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) ने निविदा खुलने और विज्ञापन के बीच 31 दिनों के अंतराल के 32.48 प्रतिशत पर ब्रेंट की ऊंचे दामों वाली बोली प्राप्त की है।
देश में अगले 3 साल में 1,000 LNG स्टेशंस लगेंगे और इन पर 10,000 करोड़ रुपए का निवेश होगा। यह बात पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कही। परिचालन लागत और कार्बन उत्सर्जन घटाकर LNG लंबी दूरी वाले परिवहन क्षेत्र में क्रांति ला सकती है।
एस्सार स्टील, अडाणी समूह और सार्वजनिक क्षेत्र की गेल इंडिया ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के नये उत्पादन क्षेत्रों से मिलने वाली प्राकृतिक गैस के बड़े हिस्सा खरीद लिया है।
भारत की पेट्रोनेट एलएनजी ने अमेरिका की तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) डेवलपर टेल्यूरियन इंक से 50 लाख टन एलएनजी के लिए लूसियाना स्थित एक सहायक कंपनी ड्रिफ्टवुड होल्डिंस में इक्विटी इनवेस्टमेंट के माध्यम से एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
अलग-अलग समझौतों में आर्कटिक क्षेत्र में नोवातेक की एलएनजी निर्यात परियोजनाओं में भारतीय कंपनियों की हिस्सेदारी की संभावनाओं पर विचार किए जाने का जिक्र है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद प्रधान ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए 70,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
अडानी समूह ने तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयात टर्मिनल और ईंधन आपूर्ति के लिए रिटेल नेटवर्क स्थापित करने के लिए फ्रांस की दिग्गज कंपनी टोटल एसए के साथ एक समझौता किया है।
अमेरिका के बाद अब रूस से भी भारत को एलएनजी मिलने लगी है। भारत दुनिया भर में तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का चौथा बड़ा खरीदार है और अपने आयात के स्रोता का विस्तार कर रहा है।
अमेरिका से तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की पहली खेप शुक्रवार को गेल के दाभोल टर्मिनल पर पहुंच चुकी है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 1.2 लाख टन की इस पहली खेप को यहां प्राप्त किया।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बुधवार को बताया कि अमेरिका में पेट्रोलियम पदार्थ के बड़े केंद्र टेक्सास से तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की पहली खेप एक सप्ताह के भीतर भारत पहुंच रही है।
ब्रिटेन की बीपी पीएलसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज संयुक्त रूप से भारत में एलएनजी का आयात शुरू कर सकती हैं। देश की अर्थव्यवस्था की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये दोनों सहयोगी कंपनियां प्राकृतिक गैस की मार्केटिंग के लिए सह कदम उठाने पर विचार कर रही हैं।
भारत को आज अपने मित्र देश रूस से अच्छी खबर मिली है। कतर और ऑस्ट्रेलिया के बाद रूस ने भी भारत के लिए तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के दाम घटा दिए हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार भारत को दीर्घकालिक अनुबंधों के आधार पर गैस की आपूर्ति किए जाने पर विचार कर रही है।
ईरान ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को फर्जाद-बी प्राकृतिक गैस-ब्लॉक आवंटित करने के लिए नई शर्त लगाई है। ईरान बाजार की तीन गुणा दर लगाना चाहता है।
एस्सार ग्रुप ने पश्चिम बंगाल के हल्दिया बंदरगाह में 10 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) टर्मिनल लगाने की बोली में जीत हासिल कर ली है।
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