एलआईसी की एनएमडीसी के वोटिंग अधिकार वाले इक्विटी शेयरों में हिस्सेदारी 22,31,79,025 शेयरों से घटकर 16,40,59,791 शेयर रह गई है, जो कुल वोटिंग पूंजी का 7.6 प्रतिशत है।
एलआईसी ने 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 18,082 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जबकि 30 सितंबर, 2023 को खत्म छमाही के लिए यह 17,469 करोड़ रुपये था।
गुरुवार सुबह 11.12 बजे तक एसआईसी के शेयर 5.05 रुपये (0.54%) की गिरावट के साथ 929.90 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे। बुधवार को 934.95 रुपये के भाव पर बंद हुए इंश्योरेंस कंपनी के शेयर आज गिरावट के साथ 931.55 रुपये के भाव पर खुले।
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल के डाटा के मुताबिक सितंबर 2024 में कुल 32,17,880 नई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियां जारी की गईं, जबकि पिछले साल सितंबर 2023 में कुल 22,11,680 लाख नई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियां ही जारी की गई थीं।
एलआईसी के ग्राहकों, एजेंटों और कर्मचारियों के लिए बेहतर जुड़ाव और डेटा आधारित पर्सनलाइजेशन एक्सपीरियंस देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। एलआईसी ने बैंकिंग, वित्तीय और बीमा क्षेत्रों में कंपनी की गहन विशेषज्ञता और अनुभव के आधार पर चुना।
एलआईसी को जीएसटी डिमांड ऑर्डर के मुताबिक, एलआईसी से जीएसटी के तौर पर ₹2,94,43,47,220, ब्याज के तौर पर ₹ 2,81,70,71,780 और पेनाल्टी के तौर पर ₹ 29,44,73,582 की डिमांड की गई है।
सेबी ने 14 मई 2024 को लेटर के जरिए भारतीय जीवन बीमा निगम को 10 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता हासिल करने के लिए तीन साल का अतिरिक्त समय देने के फैसले की जानकारी दी।
कंपनी को अतिरिक्त आयुक्त की तरफ से कुल 161,62,33,898 रुपये की जीएसटी मांग, उस पर ब्याज और 16,16,23,390 रुपये का जुर्माना नोटिस वित्त वर्ष 2018-19 और 2019-20 के लिए मिला है।
LIC Shares: एलआईसी को चालू तिमाही में आयकर विभाग से 25,464 करोड़ रुपये का रिफंड मिल सकता है। ये रिफंड पॉलिसीहोल्डर्स के अंतरिम बोनस से जुड़ा है।
LIC के शेयर में तेजी देखी जा रही है। आज के कारोबार में शेयर अपने 52 हफ्चे के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ है।
एसएंडपी ग्लोबल इंटेलिजेंस द्वारा जारी नई रैंकिंग में कंपनियों को जीवन, दुर्घटना और स्वास्थ्य संबंधी बीमा के आधार पर स्थान दिया गया है। टॉप ग्लोबल लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों की लिस्ट में एशिया 17 स्थानों पर है।
यह एक नॉन-लिंक्ड, गैर-भागीदारी, व्यक्तिगत बचत, संपूर्ण जीवन बीमा योजना है। कंपनी का मानना है कि नई बीमा पॉलिसी 'जीवन उत्सव' बाजार में हलचल मचाने के लिए तैयार है।
सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों और एजेंटों के लिए कई वेलफेयर स्कीम की घोषणा की है। इससे इन्हें वित्तीय सहायता और सुरक्षा मिलेगी।
सरकार के 1.75 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य को हासिल करने के लिए एलआईसी की सूचीबद्धता बहुत महत्वणपूर्ण मानी जा रही है।
आमतौर पर समझा जाता है कि सालाना आय का कम से कम 10 गुना जीवन बीमा कवर लेना चाहिए। हम इन तीन तरीकों से ही सम एश्योर्ड तय कर सकते हैं...
देश की सबसे बड़ी सरकारी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) कई दशकों से ग्राहकों को उनकी जरूरत को लेकर प्लान पेश करती रही है।
डूबी हुई अथवा बंद पड़ी बीमा पॉलिसी (लैप्स पॉलिसी) से आशय ऐसी बीमा पॉलिसियों से है जो एक निश्चित अवधि के दौरान नियमित तौर पर प्रीमियम नहीं चुका पाने के कारण बंद हो जाती हैं।
भारतीय जीवन बीमा निगम अपने लोकप्रिय वार्षिकी उत्पाद जीवन अक्षय की बिक्री अगले महीने से बंद करने जा रही है। घटती ब्याज दरों से इसे चालू रखना असंभव है।
बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने वित्त वर्ष 2016-17 में रिकॉर्ड 99.92 प्रतिशत मृत्यु दावों का निपटान कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC ने फाइनेंशियल ईयर 2016-17 में सरकार और अपने ग्राहकों को 40 फीसदी अधिक बोनस देने का फैसला किया है।
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