दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी Microsoft अब तक की सबसे बड़ी छंटनी करने जा रहा है। कंपनी 10000 से अधिक लोगों को नौकरी से निकालेगा। इससे पहले गूगल, मेटा, ट्विटर और अमेजन भी बड़ी छंटनियों की घोषणा कर चुके हैं।
नया साल सभी के लिए खुशियां लेकर आता है वहीं इस देश के लिए दुख का पहाड़ लाने जा रहा है। इसे दनिया का सबसे ताकतवर देश कहा जाता है, लेकिन कंपनी फिर नौकरी से निकाल रही है।
एक बार फिर एक फिनटेक कंपनी ने अपने यहां से सैकड़ों की संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है। कई कंपनियां ऐसा करने की तैयारी भी कर रही हैं।
Layoff: अब कोई भी कंपनी बिना किसी उचित कारण के कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाल सकेगी। श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने बेवजह छंटनी करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करने की वार्निंग दी है।
अमेजन एक बार फिर बड़ी संख्या में अपने यहां छंटनी करने जा रहा है। एक रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी आई है कि कंपनी ने कर्मचारियों के परफॉर्मेंस को रिव्यू करने को कहा है ताकि छंटनी की प्रक्रिया शुरू की जा सके। कंपनी 20 हजार लोगों को नौकरी से निकालने की प्लानिंग कर रही है।
OYO ने शनिवार को बताया कि वह प्रौद्योगिकी और कॉरपोरेट क्षेत्र में 600 नौकरियों की कटौती करेगी।
पहले मेटा ने करीब 10000 कर्मचारी निकालने की घोषणा की, उसके बाद अमेजन ने भी इतने ही कर्मचारी निकालने की घोषणा कर दी। अब गूगल भी अपने 10000 नाकारा कर्मचारियों को निकालने जा रही है।
दुनिया भर में जब भी मोटा पैकेज पर नौकरी पाने की बात होती है तब उस लिस्ट में IT इंडस्ट्री का नाम सबसे पहले लिया जाता है। आज के समय में ये इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है। Facebook, Twitter, Microsoft, Snapchat के बाद अब Amazon ने भी अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को निकाल दिया है।
Amazon layoffs: दुनिया में मंदी की आहट ने अब असर करना शुरु कर दिया है। फेसबुक, ट्विटर और स्नेपचैट जैसी बड़ी कंपनियों के द्वारा छंटनी करने के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने भी अपने यहां काम कर रहे लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
ऑनलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो (Meesho) ने अपने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ऐसा करने के पीछे की बड़ी वजह कंपनी द्वारा अपने स्टोर को बंद करना है।
Xiaomi Layoff: चीनी स्मार्टफोन दिग्गज शाओमी (Xiaomi) ने मौजूदा आर्थिक मंदी के बीच 900 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
दुनिया भर में कम से कम आधी कंपनियां (Companies) आर्थिक मंदी के बीच कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही हैं। हाल ही में जारी हुए एक रिपोर्ट से पता चला है
दुनिया के सबसे बड़े रिटेलर वॉलमार्ट ने 16 अरब डॉलर में फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण किया है। वॉलमार्ट वर्तमान में भारत में 28 बेस्ट प्राइस मॉडर्न थोक स्टोर का संचालन करती है,
अमेरिका की दिग्गज सॉफ्टेवयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य सूचना अधिकारी (CIO) जिम डुबोइस ने इस्तीफा देने की घोषणा की है।
TCS ने 2015 के मुकाबले इस साल केवल एक तिहाई H-1B कामकाजी वीजा के लिए आवेदन किया है।
इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने कहा है कि आईटी कंपनियां छंटनी से बचा सकती हैं यदि उनके वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में कुछ कटौती की जाए।
इंफोसिस और कॉग्निजेंट जैसी IT सेक्टर में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। विशेषज्ञों की मानें तो यह अभी एक-दो साल और जारी रहेगा।
इंफोसिस ने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि फिलहाल टाल दी है। इसके अलावा कंपनी ने संभावित छंटनी को लेकर कर्मचारियों के बीच आशंका को दूर करने की कोशिश की है।
Cognizant, Infosys और Wipro के बाद आईटी कंपनी टेक महिंद्रा भी अपने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
स्नैपडील, स्टेजिला के पूर्व कर्मचारियों के लिए पेटीएम एक राहत बनकर आई है। मोबाइल वॉलेट कंपनी ने इन कंपनियों से निकाले गए सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी दी है।
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