देश में बेहद अमीरों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले पांच साल में बेहद अमीरों की संख्या में 50.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
डेवलपर्स द्वारा कम ब्याज दरों के साथ भुगतान विकल्पों में लचीलापन, और घरों की स्थिर कीमतें जैसी प्रोत्साहन योजनाओं ने लोगों की घर खरीदने की भावना को दोबारा प्रेरित किया।
नाइट फ्रैंक की वेल्थ रिपोर्ट-2021 (Wealth Report 2021) के अनुसार, दुनिया भर के यूएचएनडब्ल्यूआई की संख्या 2020-25 के बीच 27 प्रतिशत बढ़कर 6,63,483 होने की उम्मीद है।
संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आठ शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद में आवासीय बिक्री बढ़ी है।
मकान की कीमतों में कमी आने के बावजूद आठ बड़े शहरों में इस वर्ष की पहली छमाही में बिक्री मामूली 3 प्रतिशत बढ़कर 1.24 लाख इकाई रही।
GST के तहत निर्माणधीन परियोजनाओं पर प्रभावी कर की दर 12 प्रतिशत तक होगी। इसमें 6.5 प्रतिशत वृद्धि होगी।
टाटा, गोदरेज, अडानी और पतंजलि जैसे कई बड़े कॉरपोरेट घरानों ने सहारा समूह की 7,400 करोड़ रुपए मूल्य की 30 संपत्तियों को खरीदने में अपनी रुचि दिखाई है।
देश के रीयल्टी सेक्टर क्षेत्र का कुल वित्तपोषण 2011 के 3.8 अरब डॉलर से 40 प्रतिशत बढ़कर 2016 में 5.4 अरब डॉलर हो गया है। हालांकि बैंको की हिस्सेदारी घटी है।
रियल एस्टेट सेक्टर का कुल वित्त पोषण 2011 के 3.8 अरब डॉलर से बढ़कर 2016 में 5.4 अरब डॉलर हो गया, लेकिन इस सेक्टर के कर्ज में बैंकों का हिस्सा घटा है।
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