देश के आठ प्रमुख शहरों में ऑफिस की डिमांड रिकॉर्ड 3.47 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गई। मजबूत आर्थिक बुनियाद और स्थिर सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण भारत का रियल एस्टेट बाजार पिछली कुछ तिमाहियों में तेजी से बढ़ा है।
देश में बेहद अमीरों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले पांच साल में बेहद अमीरों की संख्या में 50.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
वर्ष अप्रैल-जून तिमाही दौरान रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) 57 के मुकाबले घटकर 35 हो गया। वहीं फ्यूचर सेंटीमेंट में मामली कमी आई है लेकिन सूचकांक सकारात्मक ही बना हुआ है।
डेवलपर्स द्वारा कम ब्याज दरों के साथ भुगतान विकल्पों में लचीलापन, और घरों की स्थिर कीमतें जैसी प्रोत्साहन योजनाओं ने लोगों की घर खरीदने की भावना को दोबारा प्रेरित किया।
नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार 56 देशों की सूची में अक्टूबर-दिसंबर के दौरान भारत सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाला आवासीय बाजार था, जहां कीमतों में सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई। इस सूची में तुर्की सबसे ऊपर है।
नाइट फ्रैंक की वेल्थ रिपोर्ट-2021 (Wealth Report 2021) के अनुसार, दुनिया भर के यूएचएनडब्ल्यूआई की संख्या 2020-25 के बीच 27 प्रतिशत बढ़कर 6,63,483 होने की उम्मीद है।
अगले 5 साल में सबसे ज्यादा अमीर लोगों की संख्या में बढ़ोतरी इंडोनेशिया (67 प्रतिशत) और उसके बाद भारत (63 प्रतिशत) में होगी। भारत में भी सबसे ज्यादा अमीरों का घर मुंबई में होगा।
शीर्ष आठ शहरों में 2019 में बिक्री में सालाना आधार पर एक प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नाइट फ्रैंक ने बयान में कहा कि हांगकांग, टोक्यो और सिंगापुर एशिया प्रशांत में तीन सबसे महंगे कार्यालय स्थलों में शुमार हैं। मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्पेलक्स (बीकेसी) इस सूची में सातवें पायदान पर है।
Rs 7 crore in Mumbai will buy you just 100 sq. m
संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आठ शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद में आवासीय बिक्री बढ़ी है।
मकान की कीमतों में कमी आने के बावजूद आठ बड़े शहरों में इस वर्ष की पहली छमाही में बिक्री मामूली 3 प्रतिशत बढ़कर 1.24 लाख इकाई रही।
भारतीय रियल एस्टेट में वर्ष 2017 में 2.6 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया। नाईट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी दी गई। नाईट फ्रैंक के भारत के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल के अनुसार, 2017 में साल-दर-साल आधार पर इस क्षेत्र में विदेशी पूंजी प्रवाह में 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
GST के तहत निर्माणधीन परियोजनाओं पर प्रभावी कर की दर 12 प्रतिशत तक होगी। इसमें 6.5 प्रतिशत वृद्धि होगी।
सहारा ने 30 संपत्ति की बिक्री के लिए बोली सीमा 20 मई तक के लिए बढ़ा दी है। बोली लगाने वाली कंपनियों ने संपत्तियों की जांच-पड़ताल के लिए कुछ और समय मांगा है।
टाटा, गोदरेज, अडानी और पतंजलि जैसे कई बड़े कॉरपोरेट घरानों ने सहारा समूह की 7,400 करोड़ रुपए मूल्य की 30 संपत्तियों को खरीदने में अपनी रुचि दिखाई है।
देश के रीयल्टी सेक्टर क्षेत्र का कुल वित्तपोषण 2011 के 3.8 अरब डॉलर से 40 प्रतिशत बढ़कर 2016 में 5.4 अरब डॉलर हो गया है। हालांकि बैंको की हिस्सेदारी घटी है।
रियल एस्टेट सेक्टर का कुल वित्त पोषण 2011 के 3.8 अरब डॉलर से बढ़कर 2016 में 5.4 अरब डॉलर हो गया, लेकिन इस सेक्टर के कर्ज में बैंकों का हिस्सा घटा है।
सिटी वेल्थ इंडेक्स में मुंबई 21वें स्थान पर है। इस लिहाज से वो टोरंटो, वॉशिंगटन डीसी और मॉस्को से भी आगे है। नाइट फ्रैंक वेल्थ रिपोर्ट 2017
देश में धनकुबेर की संख्या लगातार बढ़ रही है। नाइट फ्रेंक वेल्थ रिपोर्ट 2016 के अनुसार साल 2025 तक दुनिया के धनकुबेरों में भारत का हिस्सा पांच फीसदी होगा।
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