पैसों की तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के शेयर बाजार में बीते चार दिन से हाहाकार जारी है। गुरुवार को लगातार चौथे दिन कराची स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट दर्ज की गई।
23 फरवरी, 2018 के मुताबिक पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर 559 कंपनियां लिस्टेड थीं और इनका कुल बाजार पूंजीकरण 84 अरब डॉलर था।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने सोमवार को कराची स्टॉक एक्सचेंज (केएसई) में शुरुआती सत्र के दौरान प्रमुख सूचकांक में 2,100 अंकों से अधिक की गिरावट के बाद अस्थायी रूप से कारोबार रोक दिया।
कोरोनावायरस के बढ़ते नए मामलों की खबर आने के बाद सोमवार को बाजार में गिरावट आई, निवेशक चिंता में पैसा निकालकर सुरक्षित स्थान जैसे सोने में निवेश कर रहे हैं।
घरेलू मुद्रा में गिरावट आने के साथ कराची स्टॉक एक्सचेंज-100 इंडेक्स भी 1.4 प्रतिशत टूट गया।
पाकिस्तान की हैसियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके शेयर बाजार में लिस्टेड सभी कंपनियों को बेचकर अगर भारतीय कंपनी को खरीदना पड़ जाए तो वह भारत एक कपंनी की खरीद भी नहीं कर पाएंगे
पाकिस्तानी शेयर बाजार में फिर से मातम छा गया है। पिछले कुछ कारोबारी सत्र में ही निवेशकों के 335 करोड़ डॉलर यानी 22,445 करोड़ स्वाहा हो चुके है।
जम्मू-कश्मीर के उरी में इंडियन आर्मी पर हुए आतंकी हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इसकी वजह से पाकिस्तानी शेयर बाजार थर्राया गया है।
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