कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2019 में करीब 12.67 लाख नौकरियां सृजित हुईं, जबकि इससे पिछले महीने में 14.59 लाख नौकरियां सृजित हुई थीं।
उद्योग जगत इस साल के पहले 6 महीने में जमकर नौकरियां बांटने जा रहा है
नवंबर, 2019 में देश में 14.33 लाख नौकरियों पैदा हुईं। जबकि इससे पिछले महीने 12.60 लाख नौकरियां सृजित हुई थी।
आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट के बीच 2019 में रोजगार बाजार में सुस्ती रही और अगले साल भी स्थिति में सुधार की उम्मीद नहीं है।
श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने रोजगार कम होने के विपक्ष के दावे को खारिज करते हुए सोमवार को लोकसभा में कहा कि इसका कोई कारण नजर नहीं आता है, जिससे रोजगार घटने की बात स्पष्ट होती हो।
जेएंडके एसडीआरएफ द्वारा एसपीओ पद पर भर्ती के लिए कश्मीर के उम्मीदवारों के लिए शारीरिक माप परीक्षण का आयोजन 19 अक्टूबर, 2019 को किया जाएगा।
ब्रिटेन का एचएसबीसी बैंक जल्द ही 10 हजार लोगों को नौकरी से निकाल सकता है। दरअसल, एचएसबीसी होल्डिंग्स पीएलसी कास्ट-कटिंग पर काम कर रहा है, जिसमें 10,000 से अधिक नौकरियों के लिए खतरा बन सकता है।
इसका मकसद ग्राहकों को सामान की तेजी से डिलीवरी सुनिश्चित करना है।
संतोष गंगवार ने कहा कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है, उत्तर भारत के लोगों में योग्यता की कमी है। यहां नौकरी के लिए रिक्रूट करने आने वाले अधिकारी बताते हैं कि उन्हें जिस पद के लिए लोग चाहिए। उनमें वह योग्यता नहीं मिलती है। गंगवार के इस बयान से सियासी गलियारों में बवाल मचना तय माना जा रहा है।
बजट 2019-20 के दस्तावेजों के अनुसार एक मार्च, 2017 तक विभिन्न सरकारी प्रतिष्ठानों में कर्मचारियों की संख्या 32,38,397 थी, जो एक मार्च, 2019 को बढ़कर 36,19,596 हो गई।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, संगठित या औपचारिक क्षेत्र में मार्च 2019 में शुद्ध रूप से 8.14 लाख नौकरियों का सृजन हुआ।
जीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की यह रिपोर्ट सीएमआईई-सीपीडीएक्स के आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें बताया गया है कि भारत के बेरोजगारों में अधिकांश युवा हैं।
जनवरी महीने में जो नए रोजगार सृजित हुए वह एक साल पहले इसी महीने की तुलना में 131 प्रतिशत अधिक है।
इस साल सितंबर में पिछले साल के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा 9.73 लाख लोगों को रोजगार दिया गया।
आनलाइन रिटेल प्लेटफॉर्म की दिग्गज कंपनी अमेजन इंडिया त्योहारों के मौके पर सस्ते प्रोडक्ट खरीदने का ही नहीं बल्कि पैसे कमाने का भी मौका दे रही है।
ज्यादातर क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों के वेतन में नियमित रूप से वृद्धि तो हो रही है, लेकिन इसके बावजूद कामगारों के एक बड़े वर्ग का मासिक वेतन 10,000 रुपये से भी कम है।
रोजगार के मोर्चे पर विपक्ष के वार झेल रही मोदी सरकार के लिए ताजा आंकड़े काफी राहत दे सकते हैं। देश में जुलाई महीने में करीब 14 लाख रोजगार का सृजन हुआ।
प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियां देश में रोजगार के एक बड़े क्षेत्र के रूप में उभर रही हैं। इस क्षेत्र में अब तक तकरीबन 89 लाख लोगों को रोजगार मिला है और वर्ष 2022 तक तीन लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि लॉजिस्टिक्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में 2025 तक 500 अरब डॉलर का निवेश होगा क्योंकि भारत विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में आकर्षक ठिकाना बन गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां 60 हजार करोड़ रुपए की 81 परियोजनाओं की नींव रखी। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं की बदौलत 2.10 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
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