ये नौकरियां आईटी एवं संचार, थोक एवं खुदरा, सिविल एवं निर्माण कार्य जैसे विभिन्न उभरते क्षेत्रों से संबंधित हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 61 प्रतिशत उत्तरदाता बेहतर कार्य-जीवन संतुलन और खुशी के लिए कम वेतन स्वीकार करने या वेतन वृद्धि या पदोन्नति छोड़ने को तैयार हैं।
स्टार्टअप और नए जमाने के संगठन वेतनवृद्धि की अगुवाई करेंगे और इनके द्वारा औसतन 12 प्रतिशत वृद्धि किए जाने की उम्मीद है।
कारोबारी गतिविधियां सूचकांक मार्च में 53.6 पर पहुंच गया, फरवरी में यह 51.8 पर था जो दिसंबर के बाद से विस्तार की सबसे तेज दर दर्शाता है।
ये नियुक्तियां इंजीनियरिंग, उत्पाद, विश्लेषण, कारोबार विकास और बिक्री दल से जुड़े पदों पर की जएंगी।
रोजगार के कुल अवसरों में से 17 प्रतिशत बेहद कुशल और विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञ कर्मचारियों या पेशवर कर्मियों के लिए उपलब्ध होंगे।
अप्रैल-जून तिमाही के लिए 55 फीसदी नियोक्ताओं का अनुमान है कि पेरोल बढ़ेगा, 17 फीसदी ने कहा कि इसमें कमी आएगी जबकि 36 फीसदी का अनुमान है कि इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
महामारी की चुनौतियों के बावजूद कंपनियों का नए लोगों की नियुक्ति का रुझान ऊपर की ओर है। इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सीएमआईई ने कहा कि जनवरी में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.16 प्रतिशत रही जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 5.84 प्रतिशत दर्ज की गई।
इंडिया टीवी के साथ बजट पर Exclusive बातचीत करते हुए नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने कहा कि बजट में सबसे ज्यादा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा है। महंगाई आउट ऑफ कंट्रोल नहीं है।
मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक की एक रिपोर्ट के अनुसार यात्रा और पर्यटन उद्योग ने कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बाद लगातार नई नौकरियों में बढ़ोतरी देखी है।
लिंक्डइन ने भारत में 1,111 पेशेवरों के साथ किये सर्वेक्षण में पाया कि कर्मचारी खराब कार्य-जीवन संतुलन, पर्याप्त वेतन नहीं होने या अपने पेशे को लेकर बड़ी महत्वाकांक्षाओं के कारण अपनी वर्तमान नौकरी छोड़ना चाहते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के बावजूद विदेश में नौकरी की तलाश करने वाले भारतीयों की संख्या में निरंतर इजाफा हुआ है।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद संगठित रोजगार में सुधार होना अर्थव्यवस्था के लिये राहत के रूप में देखा जा रहा है
‘थैंक्सगिविंग’ (त्योहार) अवकाश के आसपास मौसमी समायोजन ने अपेक्षा से अधिक हुई इस गिरावट में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रबंध निदेशक ए गुरुराज ने कहा कि कंपनी की मौजूदा उत्पादन क्षमता दो साल में पूरी हो जाएगी। ऐसे में हम नई विनिर्माण इकाई लगाने को जगह की तलाश कर रहे हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार राज्य सरकार ने छह नवंबर, 2021 को आधिकारिक राजपत्र में एक अधिसूचना जारी की, जिसमें इसकी शुरुआत की तारीख 15 जनवरी, 2022 बताई गई है।
सीआईआई ने आगे कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सरकार कानून पर फिर से विचार करेगी या कम से कम यह सुनिश्चित करेगी कि नियम से कोई भेदभाव न हो। एक देश के रूप में, कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए।’’
अक्टूबर 2021 में भारत में नई नौकरियों से जुड़ी गतिविधियां पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत बढ़ी हैं। वहीं अक्टूबर 2019 के मुकाबले इसमें 19 प्रतिशत की बढ़त रही है।
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