देश के ग्रेजुएट्स के लिए व्हाइट-कॉलर जॉब पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। इसलिए, ज्यादातर युवा ब्लू-कॉलर जॉब की तलाश कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी की सरकार, जो देश में सबको रोजगार समेत कई बड़े-बड़े वादों की बदौलत सत्ता में आई थी, उसके लिए एक्सपोर्ट से जुड़ी यह खबर चिंताजनक है।
भारत अगले तीन माह के दौरान नौकरियों की योजना को लेकर सबसे ज्यादा उम्मीदों वाला देश है। भारतीय नियोक्ता कुछ अधिक सतर्क दिखते हैं।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा, भारत में अब आर्थिक वृद्धि बेहतर तरीके से हो रही है और वृद्धि चक्र की तेजी के लिए रोजगार वृद्धी की जरुरत है।
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