जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज में टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च के डायरेक्टर और हेड राहुल शर्मा ने कहा कि शेयर की कीमतों में काफी करेक्शन आया है, खासकर मिडकैप कंपनियों में जहां इनकम उम्मीदों से कम रही।
रिजर्व बैंक ने कहा था कि 31 मार्च, 2023 तक आईआईएफएल की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में कंपनी का निरीक्षण किया गया था। एक दिन बाद, रिजर्व बैंक ने जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड पर अंकुश लगा दिया था। हेरफेरी में शामिल होने का मामला
यह बयान तब आया जब सेबी ने नियामक मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए कंपनी को ऋण प्रतिभूतियों के सार्वजनिक निर्गम के लिए अग्रणी प्रबंधक के रूप में कार्य करने के लिए नए मैनडेट्स स्वीकार करने से रोक दिया।
RBI की ओर से जेएम फाइनेंसियल पर शेयर और डिबेंचर्स को गिरवी रखकर फाइनेंसिंग करने से रोक लगा दी है। कंपनी के लोन प्रोसेस में गड़बड़ियों के चलते ये कार्रवाई की गई है।
बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी आय बढ़कर 2,503.88 करोड़ रुपए रही, जो कि 2018-19 की पहली तिमाही में 1,690.19 करोड़ रुपए थी
चालू वित्त वर्ष में ग्रामीण आय में सामान्य वृद्धि ही होने की उम्मीद है। इसकी अहम वजह कृषि जिंसों की कीमतों में कमी और जीएसटी लागू होना एवं नोटबंदी का असर है
उच्च आर्थिक वृद्धि के बावजूद अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन नहीं हो रहा है। जेएम फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट में श्रम विभाग के हवाले से यह बात कही गई है।
SBI 15000 करोड़ रुपए की शेयर बिक्री के प्रबंधन के लिए छह मर्चेन्ट बैंकरों की जल्दी ही नियुक्ति करेगा। सूत्रों ने कहा कि चयन प्रक्रिया जारी है
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