जियो ने कहा, ‘‘नीलामी के माध्यम से स्पेक्ट्रम आवंटन भारतीय कंपनियों को विदेशी कंपनियों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगा। विदेशी कंपनियों ने पहले आओ, पहले पाओ पर आधारित आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) प्राथमिकता लिस्ट को बाधित किया है और अपने खुद के समूह की योजना बनाई है।’’
मुकेश अंबानी ने साल 2019 में कहा था कि रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल अगले 5 साल में शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए कदम बढ़ाएंगे। हालांकि, उसके बाद मुकेश अंबानी की तरफ से दोनों कंपनियों के आईपीओ लॉन्च को लेकर ऑफिशियली कोई अपडेट नहीं आया है।
जानकारी के अनुसार, जर्मन कंपनी एलियांज, बजाज फिनसर्व लिमिटेड के साथ अपने दो मौजूदा ज्वाइंट वेंचर से बाहर निकलने पर विचार कर रहा है, जो दो दशकों से अधिक समय तक चली साझेदारी का अंत होगा।
नतीजों के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज लि.के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश डी अंबानी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि एक बार फिर रिलायंस ने दिखाया है कि हमारा विस्तृत कारोबार हमारी ताकत है। हमारे डिजिटल कारोबार और तेल खोज और उत्पादन व्यवसाय ने मजबूत वृद्धि दर्ज की है।’’
जियो फाइनेंस ऐप में फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की एक बड़ी रेंज जोड़ी गई है। इसमें म्यूचुअल फंड पर लोन, होम लोन (बैलेंस ट्रांसफर सहित), प्रॉपर्टी पर लोन शामिल हैं।
स्पेक्ट्रम मूल्य और आवंटन पद्धति पर होने वाला फैसला पूरे भारत में इलॉन मस्क के स्वामित्व वाली स्टारलिंक, भारती ग्रुप-समर्थित वनवेब और जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस जैसी कंपनियों से सैटेलाइट-बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज के रास्ते खोलेगा।
मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की आज 47वीं वार्षिक आम बैठक शुरू हो चुकी है। देश के सबसे धनी व्यक्ति और कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कंपनी के 35 लाख से ज्यादा शेयरहोल्डरों को संबोधित कर रहे हैं।
भारती एयरटेल का एजीआर 12.12 प्रतिशत बढ़कर 80.52 हजार करोड़ रुपये हो गया है। वोडाफोन आइडिया (वीआई) का एजीआर 29,605 करोड़ रुपये रहा।
जुलाई में प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान की कीमतें बढ़ाए जाने के बाद ग्राहक सरकारी कंपनी बीएसएनएल का रुख कर रही हैं।
कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या लगभग 49 करोड़ पहुंच गई है, जिसमें 13 करोड़ 5जी उपयोगकर्ता शामिल हैं। इसके साथ अगर चीन को छोड़ दें तो जियो 5जी सेवाओं के मामले में सबसे बड़ी कंपनी बन गयी है।
एमटीएनएल दिल्ली और मुंबई में दूरसंचार सेवाएं देती है, जबकि बीएसएनएल दिल्ली और मुंबई को छोड़कर पूरे भारत में परिचालन करती है।
Reliance jio ipo launch date : जेफरीज के अनुसार, ताजा टैरिफ हाइक और 5जी मोनेटाइजेशन के बाद जियो की वैल्यूएशन करीब 11.11 लाख करोड़ रुपये है। जियो का आईपीओ भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3,000 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है। इस आधार पर कंपनी अधिकतम रेडियो तरंगों के लिए बोली लगा सकती है।
Satellite internet in India : भारत के सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस मार्केट में अगले पांच वर्षों में सालाना 36% की ग्रोथ होने की उम्मीद है और साल 2030 तक यह 1.9 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।
जियो ने भारत के डिजिटल परिदृश्य में क्रांति ला दी और दुनिया में सबसे किफायती मोबाइल डेटा टैरिफ के साथ अभूतपूर्व पैमाने पर डिजिटल समावेशन को आगे बढ़ाया।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय मूंदड़ा ने कहा, ‘‘हमने लगातार 11 तिमाहियों में प्रति उपभोक्ता औसत आय और 4जी ग्राहकों में वृद्धि दर्ज की है।
स्पेक्ट्रम 20 साल के लिए आवंटित किया जाएगा और सफल बोलीदाताओं को 20 समान वार्षिक किस्तों में भुगतान करने की अनुमति दी जाएगी।
विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय बाजार में लगातार निवेश किया जा रहा है। हालांकि, उनके निवेश के ट्रेंड में बड़ा बदलाव भी आया है। वह कई सेक्टर में पैसा लगा रहे हैं। वहीं, कुछ से पैसा निकाल भी रहे हैं।
Jio Financial के शेयर में दमदार तेजी का ट्रेंड देखा जा रहा है। पिछले एक महीने में शेयर 36 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न निवेशकों को दिया है।
Mukesh Ambani की कंपनी जियो फाइनेंसियल सर्विसेज के मुनाफे में गिरावट हुई है। कंपनी का मुनाफा पिछली तिमाही की अपेक्षा आधा हो गया है।
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