पिछले 34 दिनों से हड़ताल कर रहे सर्राफा व्यापारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और उत्पाद शुल्क वापस लेने की मांग करेंगे।
सोने की कीमतों में पिछले 30 वर्षों की सबसे बड़ी तिमाही तेजी देखने को मिली है। साल के शुरुआती तीन महीने में सोने ने 15.6 फीसदी का रिटर्न दिया है।
ज्वैलर्स की मांगों पर गौर करने के लिए एक समिति बिठाने के सरकार के आश्वासन के बावजूद बजट प्रस्तावों पर आभूषण व्यापारियों की हड़ताल 26वें दिन भी जारी है।
सोने के आभूषण निर्माताओं और जौहरियों की 18 दिन लंबी हड़ताल के कारण इस इंडस्ट्री को 60000 से 70000 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।
सरकार द्वारा गोल्ड और डायमंड ज्वैलरी पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने के फैसले के विरोध में देशभर के ज्वैलर्स हड़ताल पर हैं।
ज्वैलर्स की जारी बेमियादी हड़ताल के चलते 60,000 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबारी नुकसान होने का अनुमान है। एसोसिएशनों ने कहा की हड़ताल जारी रहेगी।
दुनिया की तमाम बड़ी एजेंसियां कीमतों में गिरावट भविष्यवाणी कर रहे थे, इसी बीच सोना कब 30 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया किसी को नहीं पता चला।
जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्टर्स ने केंद्र से गैर-चांदी की ज्वैलरी पर एक फीसदी ड्यूटी लगाने के फैसले को वापस लेने की मांग की है।
ज्वैलर्स पिछले छह दिनों से हड़ताल पर हैं, जिसके कारण अब तक 10,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है। अब हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए जारी रखने का फैसला किया है।
बजट में बुलियन पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने के विरोध में कारोबारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया है।
आभूषण निर्माताओं ने एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क फिर से लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ अपनी हड़ताल सात मार्च तक जारी रखने का फैसला किया।
बजट में प्रस्तावित एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी और दो लाख रुपए से ज्यादा के ट्रांजैक्शन पर पैन कार्ड की अनिवार्यता से नाराज ज्वैलर्स आज से हड़ताल पर चले गए हैं।
अगर आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं तो अभी इंतजार करें। गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक इस साल इंटरनेशनल मार्केट में सोने के दाम 17 फीसदी तक कम हो सकते हैं।
सोने की सर्राफा कीमतों में पिछले 11 सत्रों से लगातार तेजी देखने को मिल रही है। जिसके फलस्वरूप सोना आज 29,650 रपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल सोने की डिमांड 848.9 रही, जबकि 2014 में यह 828.5 टन रही थी। हालांकि, लोगों का ज्वैलरी के प्रति आकर्षण बढ़ा है।
विदेशों में मजबूती के रुख और शादी विवाह के मौसम की लिवाली बढ़ने के कारण सोना नौ सप्ताह के उच्चस्तर 27,700 रुपए प्रति 10 ग्राम को छू गईं।
मांग बढ़ने और विदेशों में तेजी से पिछले हफ्ते सोने-चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। इसके चलते सोना 27,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया।
शादी के सीजन के कारण ज्वैलर्स और रिटेलर्स की ओर से सोने-चांदी की मांग बढ़ी है। इसके कारण लगातार तीसरे हफ्ते सोने, चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
सोने-चांदी के लिहाज से यह हफ्ता शानदार रहा। सोना 900 रुपए से ज्यादा की तेजी के साथ 26,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा।
कमजोर ग्लोबल संकेत और ज्वैलर्स की ओर से सुस्त मांग के कारण शनिवार को सोना 26,000 रुपए के मनोवैग्यानिक स्तर के नीचे फिसल गया। सोना 470 रुपए सस्ता हुआ है।
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